मप्रः दो उप मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने किया ब्राह्मण-दलितों को साधने का प्रयास

मप्रः दो उप मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने किया ब्राह्मण-दलितों को साधने का प्रयास
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मप्रः दो उप मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने किया ब्राह्मण-दलितों को साधने का प्रयास


भोपाल, 13 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में नवनियुक्त मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली। उनके साथ जगदीश देवड़ा और राजेन्द्र शुक्ल ने उप मुख्यमंत्री के रूप में रूप में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सभी को शपथ दिलाई। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 163 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। जगदीश देवड़ा दलित समाज से आते हैं, जबकि राजेन्द्र शुक्ल ब्राह्मण हैं। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि भाजपा ने दो उप मुख्यमंत्री का फॉर्मूला अपनाकर ब्राह्मण-दलितों समीकरण साधने का प्रयास किया है।

जगदीश देवड़ा को मप्र भाजपा में बड़े दलित चेहरे के रुप में देखा जाता है। उन्हें अब उप मुख्यमंत्री के रूप में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। देवड़ा साल 1990 में पहली बार विधायक बनने के बाद से अपने लगभग 33 वर्ष के लंबे राजनीतिक कार्यकाल में आठवीं बार विधायक बने हैं। प्रदेश की 2003 में उमा भारती सरकार से लेकर अभी शिवराज सिंह चौहान की सरकार तक में वे बड़े मंत्रालय संभाल चुके हैं। जिनमें परिवहन, गृह, श्रम, जेल, वित्त मंत्री का प्रभार भी संभाल चुके हैं। इसके अलावा पार्टी ने उन्हें जहां भी भेजा, वहां काफी अच्छे से कार्य किया है। उनके उप मुख्यमंत्री बनाने के बाद उनके समर्थकों में खुशी का माहौल है। मल्हारगढ़ क्षेत्र में खुशी का माहौल है।

वहीं, 3 अगस्त 1964 को रीवा में जन्मे राजेंद्र शुक्ल भी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बने हैं। वह विन्ध्य के पहले ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। वह लगातार पांचवीं बार रीवा से विधायक निर्वाचित हुए हैं। शुक्ल बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं और साफ-सुथरी छवि वाले नेता के साथ विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की और सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। युवावस्था में ही नेतृत्व के गुण विकसित होने के कारण वे 1986 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। वह 1986 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष थे।

शुक्ल 1998 के विधानसभा चुनाव में पहली बार चुनाव लड़े। हालांकि, इस चुनाव में वह कांग्रेस उम्मीदवार पुष्पराज सिंह से 1394 वोटों के करीबी अंतर से हार गए थे, लेकिन वह 2003 में पुष्पराज सिंह को हराकर पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए। उन्होंने 2008, 2013, 2018 और 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की। एक विधायक के रूप में अपने कार्यकाल में उन्होंने वानिकी, जैव विविधता/जैव प्रौद्योगिकी, खनिज संसाधन और कानून और विधायी मामलों सहित विभिन्न मंत्रालयों के अधीन कार्य किया। अब उन्हें प्रदेश का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। उनके उप मुख्यमंत्री बनने के बाद विंध्य क्षेत्र में जश्न का माहौल है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा

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