अनूूपपुर: धान उपार्जन अनियमितता पाए जाने पर उपार्जन केंद्र प्रभारी पर होगी कार्यवाही- कलेक्टर

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अनूूपपुर: धान उपार्जन अनियमितता पाए जाने पर उपार्जन केंद्र प्रभारी पर होगी कार्यवाही- कलेक्टर


अनूपपुर, 15 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कहा कि जिले के समस्त उपार्जन केंद्रों की व्यवस्थाओं का सतत मॉनिटरिंग अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा किया जाए। यदि किसी उपार्जन केंद्र पर किसानों के उपार्जन की स्थिति में किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित उपार्जन केंद्र प्रभारी के विरुद्ध अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा तत्काल कार्यवाही की जाए।

कलेक्टर सोमवार को समयावधि पत्रों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने किसानों द्वारा किए गए उपार्जन की जानकारी समय पर संबंधित पोर्टल पर अपलोड किया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर संबंधित के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करने रेडी टू ट्रांसपोर्ट, एफएक्यू, उपार्जन केंद्रों की गतिविधियों एवं स्व सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे उपार्जन की स्थिति पर भी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निगरानी रखने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने बताया कि सुशासन सप्ताह के अंतर्गत जिले में विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत 17 दिसंबर को जनपद पंचायत जैतहरी के ग्राम पंचायत वेंकटनगर, 23 दिसंबर को जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत करपा तथा 24 दिसंबर को जनपद पंचायत कोतमा के ग्राम पंचायत कोठी में विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को शिविरों की समुचित तैयारी करने के निर्देश दिए। विभागीय निर्देशों के अनुसार शिविरों में सभी विभागों द्वारा स्टॉल लगाए जाएं। साथ ही शिविरों में स्वास्थ्य जांच, आधार अपडेटेशन, आयुष्मान कार्ड, फार्मर रजिस्ट्री, धरती आबा योजना तथा जल जीवन मिशन सहित अन्य विभिन्न योजनाओं से अधिक से अधिक संख्या में हितग्राही को लाभान्वित करें।

कलेक्टर ने जिले के नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया कि शीत लहर को दृष्टिगत रखते हुए नगरीय क्षेत्रों के सभी सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की समुचित व्यवस्था करने तथा रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाए। उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग नगर पालिका अधिकारी स्वयं करें एवं नगरीय क्षेत्रों को साफ-सुथरा एवं स्वच्छ बनाए रखें। इसके साथ ही कलेक्टर ने अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत वन विभाग एवं रेलवे विभाग से संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र की स्थिति के संबंध में नगर पालिका अधिकारियों से जानकारी भी प्राप्त की।

कलेक्टर ने जिले के सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को नल-जल योजना के अंतर्गत बंद मोटर, पेयजल स्रोत, कर्मचारी संबंधी समस्याओं एवं पेयजल से जुड़ी अन्य समस्याओं का नियमित निरीक्षण एवं सतत मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन सभी व्यवस्थाओं को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से समन्वय स्थापित कर शीघ्र एवं व्यवस्थित रूप से निराकृत किया जाए। आधार कैंपों की स्थिति, जिला खनिज प्रतिष्ठान मद से स्वीकृत कार्यों एवं उनकी प्रगति, कृषि विभाग द्वारा लेमन ग्रास उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु किए जा रहे प्रयासों, सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों तथा ई-अटेंडेंस सहित विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को कार्यों में प्रगति लाने, लंबित प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण करने तथा विभागीय दायित्वों का गंभीरता से निर्वहन करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्चना कुमारी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुष्पराजगढ़ वसीम अहमद भट, अनुविभागीय अधिकारी कोतमा अनुविभागीय अधिकारी जैतहरी, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री के.के. सोनी सहित जिले के विभिन्न विभागों के विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला

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