अनूपपुर: जनजातीय विश्वविद्यालय का मामला गरमाया, आदिवासी छात्र संगठन ने प्रोफेसर का फूंका पुतला

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अनूपपुर: जनजातीय विश्वविद्यालय का मामला गरमाया, आदिवासी छात्र संगठन ने प्रोफेसर का फूंका पुतला


अनूपपुर: जनजातीय विश्वविद्यालय का मामला गरमाया, आदिवासी छात्र संगठन ने प्रोफेसर का फूंका पुतला


संगठन ने दी चेतवनी प्रकरण दर्ज नहीं हुआ तो होगा प्रदेशव्यापी आंदोलन

अनूपपुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में छात्रा से कथित दुर्व्यवहार का मामला अब लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। आरोपी प्रोफेसर डॉ. नयन साहू पर अब तक प्रकरण दर्ज नहीं होने से नाराज आदिवासी छात्र संगठन ने तहसील पुष्पराजगढ़ मुख्यालय में गुरूवार की शाम अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कार्यालय के सामने प्रदर्शन करते हुए प्रोफेसर का पुतला दहन कर एसडीएम पुष्पराजगढ़ के नाम थाना प्रभारी राजेंद्रग्राम को ज्ञापन सौपा। इस दौरान आदिवासी छात्र संगठन ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए “पुलिस प्रशासन होश में आओ, “आरोपी को बर्खास्त करो”,“छात्रा को न्याय दो” जैसे नारे लगाए गए।

ज्ञात हो कि बुधवार को छात्रा ने आरोप लगाया था कि प्रोफेसर ने उन्हें धमकी दी कि यदि उनकी अनुचित मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो वे उन्हें बदनाम कर देंगे और उनका शैक्षणिक भविष्य नष्ट कर देंगे। प्रोफेसर ने खुद को विश्वविद्यालय के टीचर एसोसिएशन का महासचिव बताते हुए भी छात्रा को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इस घटना के बाद छात्रा गहरे मानसिक उत्पीड़न, भय और असुरक्षा की स्थिति में है। छात्रा ने पुलिस से अनुरोध किया है कि आरोपी शिक्षक डॉ. नयन साहू को उनसे किसी भी प्रकार के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क से तत्काल रोका जाए। साथ ही, उनके खिलाफ अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए और उन्हें छात्रा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन या किसी भी शैक्षणिक निर्णय प्रक्रिया से तुरंत अलग किया जाए।

आदिवासी छात्र संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित मरावी ने कहा कि यदि जल्द से जल्द प्रकरण दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई, तो यह आंदोलन केवल अनूपपुर तक सीमित नहीं रहेगा। बल्कि पूरे प्रदेश के जिलों में इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन करेगा। छात्रा को न्याय दिलाना संगठन की प्राथमिकता है और किसी भी कीमत पर आरोपी को बचने नहीं दिया जाएगा।

छात्रों का कहना है कि शिकायत, बयान और विश्वविद्यालय में हुए आंदोलन के बावजूद प्रकरण दर्ज न होना बेहद गंभीर मामला है। होम साइंस विभाग की पांचवें सेमेस्टर की छात्रा के साथ उत्तर-पुस्तिका अवलोकन के दौरान हुए अनुचित व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई थी। संगठन ने इसे छात्र-शिक्षक मर्यादा और शैक्षणिक नैतिकता का उल्लंघन बताया है।

ज्ञापन में प्रोफेसर के खिलाफ तत्काल प्रकरण दर्ज करने, बर्खास्तगी, निष्पक्ष जांच और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम लागू करने की मांग की है।

थाना प्रभारी राजेंद्रग्राम पी. सी.कोल का कहना है कि हमारे वरिष्ठ अधिकारी विश्वविधालय में ही है इस मामले की जांच की जा रही है सभी तथ्यों को खंगाला जा रहा है।

नियमों एवं विधिक प्रावधानों के अंतर्गत आवश्यक एवं उपयुक्त कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी- विश्वविद्यालय

वहीं विश्वविद्यालय ने गुरूवार शाम प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक डॉ. नयन साहू के संबंध में छात्रा द्वारा प्रस्तुत शिकायत के संदर्भ प्रकरण के तथ्यों एवं उपलब्ध अभिलेखों का परीक्षण करते हुए अपनी प्रारंभिक कार्यवाही तत्काल प्रस्तावित की गई एवं समस्त तथ्यों के परीक्षण उपरांत, प्रकरण में प्रचलित नियमों एवं विधिक प्रावधानों के अंतर्गत आवश्यक एवं उपयुक्त कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा यह विश्ववास कराया जाता है कि संपूर्ण प्रक्रिया विधिसम्मत, निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से संपादित की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला

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