मुरैना: पुलिस के पहरे में हुआ युवक का अंतिम संस्कार

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मुरैना: पुलिस के पहरे में हुआ युवक का अंतिम संस्कार


- मामला हिंगोना खुर्द गांव में अंबेडकर चल समारोह के दौरान हुई युवक की हत्या, तीन हत्यारोपी पुलिस गिरफ्त में

मुरैना, 15 अप्रैल (हि.स.)। हिंगोना खुर्द गांव में सोमवार की रात हुई युवक की हत्या के बाद स्थिति तनावपूर्ण बन गई थी। लेकिन देर रात पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा बुझाकर शव को पीएम हाउस भिजवाया। आज मंगलवार की सुबह पीएम हाउस पर लोगों की भीड़ जुटना प्रारंभ हो गई। मृतक के परिजनों ने शव का पीएम कराने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि हत्यारों को गिरफ्तार कर उनके घरों को तोड़ा जाए। अधिकारियों एवं राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की समझाईश पर ही पीएम हो सका। पीएम हाउस से भीड़ दोपहर 1 बजे के बाद ही हट सकी। इसके बाद शव को हिंगोनाखुर्द गांव में ले जाया गया। जहां पुलिस की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार हुआ।

उल्लेखनीय है कि हिंगोना खुर्द गांव के कुछ लोग सोमवार को मुरैना शहर में निकले अंबेडकर चल समरोह में शामिल हुए थे। देर शाम को यह लोग वापिस अपने गांव में पहुंचे और तेज आवाज में डीजे बजाने लगे। तेज आवाज में डीजे बजाने का विरोध गांव के ही एक गुर्जर परिवार ने किया। इसी बात को लेकर हिंगोना खुर्द गांव के ही संजय जाटव पुत्र चिम्मन जाटव उम्र 30 साल का विवाद गिर्राज गुर्जर आदि से हो गया। जिसके चलते गिर्राज ने कट्टे से गोली चलाई जो संजय के सिर में लगी। जिससे उसकी मौत हो गई, वहीं रानू जाटव के हाथ में गोली लगने से वह घायल हो गया। इस घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस अधिकारियों को हुई तो पुलिस बल मौके पर भेजा गया और मृतक के शव को मुरैना लाने का प्रयास किया। लेकिन परिजनों ने शव को मौके से नहीं उठने दिया। उनकी मांग थी कि आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उनके घरों को तोड़ा जाए। साथ ही जिलाधीश व पुलिस अधीक्षक को मौके पर बुलाने की भी मांग कर रहे थे। देर रात पुलिस अधीक्षक, एडीएम सहित अन्य अधिकारी हिंगोना खुर्द गांव में पहुंचे और मृतक के परिजनों को जब एफआईआर करने का आश्वासन दिया तब कहीं शव को मुरैना लाकर पीएम हाउस रखवाया गया।

उधर मंगलवार की सुबह पीएम हाउस पर मृतक के परिजन व रिश्तेदार एकत्रित हो गए और वहां उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। पीएम हाउस पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। परिजन मृतक का पीएम नहीं होने दे रहे थे। उनकी मांग थी कि हत्यारों को पकड़कर उनके घरों को तोड़ा जाए। साथ ही बंदूक के लाइसेंस तथा पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए। अधिकारियों ने उनकी मांगों पर सहमति जताते हुए अग्रिम कार्यवाही हेतु राज्य शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजने की बात कही। तब कहीं जाकर दोपहर बाहर बजे के बाद ही पोस्ट मार्टम हो सका।

इन पर हुई एफआईआर: संजय पिप्पल हत्याकाण्ड में सिविल लाइन थाने में गिर्राज गुर्जर पुत्र जगमन, धर्मवीर गुर्जर पुत्र पंजाब, महेन्द्र पुत्र बद्री, भोलू पुत्र भूरा , छिंगा पुत्र पतिया, श्यामू पुत्र पंजाब, तहसीलदार पुत्र बद्री , दीवान पुत्र रामदयाल, बोबी पुत्र महेन्द्र एवं गब्बर गुर्जर पुत्र रामदयाल गुर्जर के खिलाफ हत्या का मामला कायम किया गया है। उधर बताया जाता है कि पुलिस ने तीन आरोपी महेन्द्र, तहसीलदार एवं गब्बर को पकडऩे में सफलता प्राप्त कर ली है।

कांग्रेस व बसपा नेता ने की आर्थिक मदद देने की घोषणा: मंगलवार की सुबह पीएम हाउस पर भाजपा, कांग्रेस व बसपा के नेता पहुंच गए। जिनमें प्रमुख रूप से नगर निगम महापौर श्रीमती शारदा सोलंकी, जौरा विधायक पंकज उपाध्याय, पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार, शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, बसपा नेता कुलदीप सिकरवार सहित अन्य नेता शामिल थे। इनमें से सत्यपाल सिंह सिकरवार, पंकज उपाध्याय एवं कुलदीप सिकरवार ने मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता के तौर पर एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की।

हिन्दुस्थान समाचार / शरद शर्मा

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