मुरैना: सिलेण्डर से नहीं विस्फोटक सामग्री से हुआ था ब्लास्ट

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मुरैना: सिलेण्डर से नहीं विस्फोटक सामग्री से हुआ था ब्लास्ट


- मौके से सही सलामत मिले गैस सिलेण्डर

-मलबे से निकले मां-बेटी के शव

मुरैना, 20 अक्टूबर (हि.स.)। मुरैना शहर के इस्लामपुरा इलाके में निवासरत जमील खान के मकान में शनिवार को हुए विस्फोट के बीस घंटे बाद रविवार की सुबह मलबे में दबे मां-बेटी के शव रेस्क्यू टीम ने खोज निकाले। दोनों शवों को मलबे से निकालकर तुरंत पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया। उधर पूरी रात रेस्क्यू टीम मलबा हटाने में लगी रही थी। रविवार को फोरेंसिंग विशेषज्ञ द्वारा भी मौके से नमूने लिए गए हैं। प्रशासन बेशक इस घटना को सिलेण्डर फटने से होना बता रहा हो लेकिन घटना स्थल के आसपास के मकानों में बिखरे पटाखों के अवशेषों से यह स्पष्ट है कि यह घटना विस्फोटक सामग्री की वजह से ही हुई है। हालांकि अधिकारी आखिर क्यों विस्फोटक सामग्री से इस घटना को होना नहीं मान रहा यह तो वही जाने, लेकिन इस मामले में कहीं न कहीं आरोपियों को बचाने की कोशिश जरूर जान पड़ती है।

उल्लेखनीय है कि शनिवार की दोपहर मुरैना शहर के इस्लामपुरा मुहल्ला निवासी गजराज राठौर के मकान में किराए से रहने वाले जमील खान के कमरे में भीषण विस्फोट हुआ था। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास के तीन और मकान तो ध्वस्त हो ही गए साथ ही आधा दर्जन मकानों में भी दरारें आईं हैं। ध्वस्त हुए मकानों के मलबे हटाने का कार्य पूरी रात चलता रहा। यहां अंबाह एसडीओपी रवि भदौरिया की निगरानी में पूरी रात एवं रविवार की सुबह 10 बजे तक रेस्क्यू चला। जब दोनों शव मिल गए और मलबा भी लगभग वहां से साफ हो गए तब रेस्क्यू बंद किया गया। चूंकि जमील जिस मकान में रहता था उसकी चौड़ाई कम होने की वजह से तथा काफी तादात में मलबा होने के चलते जेसीबी मशीन पीछे तक बड़ी मुश्किल से पहुंच पा रही थीं। इसलिए कई घंटे की मशक्कत के बाद रविवार की सुबह 8 बजे एसडीआरएफ टीम के सदस्यों को मलबे में शव मिल गए। रेस्क्यू टीम ने वहां से जमील की पत्नी अंजुम खान उम्र 35 साल एवं उसकी बेटी शायना खान उम्र 16 साल के शवों को बाहर निकाल लिया। इसके बाद दोनों के शवों को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया। इससे पूर्व फोरेंसिंक विशेषज्ञों ने मौके से नमूने भी लिए।

उधर रविवार की सुबह 9 बजे सांसद शिवमंगल सिंह तोमर भाजपा नेता श्रीबल्लभ डण्डौतिया, रामकुमार माहेश्वरी व स्थानीय पार्षद लोकेन्द्र डण्डौतिया के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने उन लोगों से मुलाकात की जिनके मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। सांसद ने लोगों को आश्वासन दिया कि नियमानुसार सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।

इनका कहना है: एसडीओपी रवि भदौरिया ने बताया कि आज सुबह मां-बेटी के शव मलबे से निकाल लिए गए हैं। सावधानी पूर्वक पूरी रात रेस्क्यू किया गया था। एसडीआरएफ एवं पुलिस बल इस काम में लगा रहा। मौके से फोरेसिंक एवीडेंस लिए हैं। जांच में क्या है बाद में पता चलेगा। धमाका किससे हुआ जांच हो रही है। मौके से सिलेण्डर, एक्सप्लोलर बेटरी, डीप फ्रीजर के अवशेष मिले हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / शरद शर्मा

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