मुरैना: जिले भर में धूमधाम से हुए सरस्वती पूजन
- बसंत पंचमी के अवसर पर जिले भर में सरस्वती पूजन के कार्यक्रम हुए
मुरैना, 14 फरवरी (हि.स.)। ग्रंथों के अनुसार संस्कार और शिक्षा से व्यक्ति का जीवन संवर जाता है। जब बच्चा शिक्षा ग्रहण करने के योग्य हो जाता है तब विद्यारंभ संस्कार किया जाता है। सोलह संस्कारों में नौवां स्थान विद्यारंभ संस्कार का होता है। विद्यारंभ संस्कार के जरिए बालक को शिक्षा और ज्ञान के प्रति जागरुक किया जाता है। उक्त उद्गार सरस्वती शिशु मंदिर शिक्षा नगर मुरैना में बसन्त पंचमी पर आयोजित विद्यारम्भ संस्कार में जीवन बीमा निगम में अधिकारी सन्दीप शर्मा ने व्यक्त किये।
विद्यालय के प्राचार्य राजेश गोस्वामी ने उपस्थित अभिभावकों से कहा कि विद्यारंभ संस्कार के माध्यम से बच्चे की रुचियों को ज्ञान और विद्या की ओर अग्रसर किया जाता है। साथ ही उनमें सामाजिक और नैतिक गुण आएं इसके लिए भी प्रार्थना की जाती है। इसमें बच्चे को कलम, दवात,खडिय़ा और पट्टी दी जाती है और उसे भाषा का लिखित ज्ञान करवाया जाता है। इस अवसर पर वेदाचार्य पण्डित मुरारी लाल उपाधयाय ने कहा कि विद्यारंभ संस्कार के लिए बच्चे के हाथ में अक्षत, फूल, रोली देकर मंत्रों का जाप करते हुए गणपति और देवी सरस्वती की मूर्ति पर पूजा सामग्री अर्पित कर सरस्वती जी के समक्ष पट्टी, दवात और लेखनी, स्लेट, खडिय़ा को रखा जाता है। साथ ही गुरू के पूजन के लिए प्रतीक के रूप में नारियल रखते हैं। बच्चे के जरिए इन सभी का विधि अनुसार पूजन किया जाता है। विद्यारंभ संस्कार का अंतिम चरण है हवन सामग्री में कुछ मिष्ठान मिलाकर पांच बार मंत्रोच्चार के साथ बच्चे से 5 बार आहूति दिलवाकर स्लेट पर ओम लिखवाकर संस्कार को सम्पन्न किया जाता है। विद्यालय के आचार्य संजय दीक्षित ने बताया कि विद्यारम्भ संस्कार में 3 से 5 वर्ष के 258 बच्चे उपस्तिथ हुए।
उधर मुरैना के फाटक बाहर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में वेद यात्रा, हवन, पूजन के साथ विद्यारंभ संस्कार और पट्टी पूजन का कार्य संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में श्रीमती शिल्पी राजावत, विशिष्ट अतिथि श्रीमती कृष्णा यादव, श्री सनातन ब्रह्म महाविद्यालय समिति के अध्यक्ष राधेश्याम गुप्ता, सचिव सुरेश शर्मा, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र परमार, उपाध्यक्ष मुकेश जाटव, सह सचिव साहब सिंह तोमर उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रारंभ वेद यात्रा के साथ प्रारंभ हुआ। जिसमें विद्यालय की बच्चियां व दीदी शामिल हुईं। तत्पश्चात विद्यारंभ संस्कार क्यों आवश्यक है, इस विषय पर प्रकाश डाला गया। हवन पूजन के साथ नव प्रवेशित भैया बहनों का पट्टी पूजन किया गया। इस अवसर पर प्रसाद वितरण किया गया। विद्यालय की प्राचार्य अंजू शर्मा ने सभी आगंतुक महानुभावों का आभार व्यक्त किया।
हिन्दुस्थान समाचार/शरद
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