मंदसौर: बारिश की कामना को लेकर मेंढक-मेंढकी का होगा विवाह
मंदसौर, 19 जुलाई (हि.स.)। जुलाई माह आधे से ज्यादा बीत चुका है, लेकिन मानसूनी वर्शा अब तक नहीं हुई है। तेज बारिश का इंतजार लम्बा होता जा रहा है। नगर के पेयजल स्तोत्र खाली हो चुके है। नगर पालिका अब एक दिन के स्थान पर दो दिन छोडकर जल प्रदाय करने की व्यवस्था पर विचार कर रही है। जिले में अब तक 7.75 इंच बारिश दर्ज की गई है। जिसमें से मंदसौर नगर में तो अब तक 4 इंच बारिश भी नहीं हुई है, जबकि मंदसौर नगर को औसत 30 से 35 इंच बारिश की आवश्यकता होती है।
जिले में बारिश की खेच के चलते प्रार्थनाएं और टोटके किए जा रहे हैं। गुरुवार शाम को मंदसौर के श्मशान में गधों के हल चलवाकर उड़द और नमक की बोवनी का टोटका किया गया। इससे पहले शहर के तलई वाले बालाजी मंदिर में दो दिवसीय यज्ञ का आयोजन किया गया। वहीं इंद्र देव को मनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में उजमनी का दौर भी चल रहा है। खेड़ा देव पूजे जा रहे हैं, लेकिन अब तक इंद्र देव नहीं माने और अच्छी बारिष का इंतजार ही है।
बारिश की कामना को लेकर मेंढक-मेंढकी का होगा विवाह
अच्छी बारिश की कामना हो लेकर रामटेकरी मित्र मण्डल द्वारा रविवार, 21 जुलाई को पुरानी मान्यता अनुसार मेंढक-मेंढकी का विवाह करवाकर भगवान इन्द्रदेव को प्रसन्न किया जाएगा। रामटेकरी मित्र मण्डल के सदस्यों ने बताया कि 21 जुलाई को सायं 5.30 बजे रामटेकरी सुदामा नगर स्थित बड़े बालाजी से बैण्ड बाजों के साथ मेंढक की बनौरी निकाली जाएगी जो रामटेकरी के मुख्य मार्गों से होते हुए तेलिया तालाब में राजा यशोधर्मन की प्रतीमा के पास पहुंचेगी जहां पर विद्वान पंडितों द्वारा मेंढक-मेंढकी का विवाह सम्पन्न कराया जाएगा। विवाह के पश्चात् विवाह में शामिल धर्मप्रेमियों के लिये भोजन प्रसादी का आयोजन भी किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / अशोक झलौआ / राजू विश्वकर्मा
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