जबलपुर : वेयरहाउस में विधायक तहसीलदार ने मिलकर मारा छापा, कई अधिकारी निलंबित
जबलपुर, 15 मई (हि.स.)। शहपुरा के पास राघव वेयरहाउस की जांच पड़ताल में घटिया क्वालिटी के गेहूं के बोरे भरे हुए मिले। मौके पर जांच के लिए पहुंचे तहसीलदार के साथ बरगी विधायक नीरज सिंह ने जब वेयरहाउस की जांच की तो भारी मात्रा में घुना हुआ घटिया क्वालिटी का गेहूं स्टैक्स की बोरियों में रखा हुआ मिला। जांच में यह बात सामने आई कि यह गेहूं भरतपुर सहकारी समिति द्वारा समर्थन मूल्य पर कुछ किसानों से खरीदा गया है। जांच का दायरा जब आगे बढ़ा तो उसमें कुल 212 किसान जिनसे 25800 क्विंटल गेहूं खरीदना सामने आया। इतना ही नहीं इसमें लगभग 20हजार क्विंटल की स्वीकृति उपार्जन एजेंसी मार्कफेड द्वारा जारी की गई थी। इसके आधार पर देखा जाए तो कुल भुगतान राशि 6.19 करोड़ के ऐवज में 4.56 करोड़ का भुगतान हो भी चुका है। इसके अलावा और भी अन्य स्टैक्स में खराब गेहूं हो सकता है। इस घोटाले में वेयरहाउस संचालक ऑपरेटर सजल जैन,सर्वेयर प्रवीण रजक,और शुभम शर्मा की मिली भगत सामने आ रही है। वहीं प्रबंधक राकेश नंदेसरिया खरीदी केंद्र के प्रभारी भूपेंद्र सिंह पटेल अभिषेक दिक्षित के शामिल होने की भी आशंका है। इस पूरे मामले में कलेक्टर दीपक सक्सेना ने तुरंत संज्ञान लेते हुए नोडल अधिकारी रघुनाथ कूदोलिया सहकारिता निरीक्षक जेएसओ भावना तिवारी और कुंजन सिंह राजपूत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही एएडी डव्लू एलसी को एमपीडब्ल्यूएलसी प्रियंका पठारिया को निलंबित करने का प्रस्ताव भेज दिया गया है। बहरहाल जो भी हो परंतु पिछले समय के घटनाक्रम को देखते हुए इस बार कलेक्टर दीपक सक्सेना ने गड़बड़ियों पर नकेल कस दी है।
हिन्दुस्थान समाचार/विलोक पाठक
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