मंदसौर: महासती पारसकुंवरजी म.सा. के देवलोकगमन पर चकडोल यात्रा निकली
मन्दसौर, 24 मार्च (हि.स.)। श्री शांत क्रांति संघ के आचार्य विजयराजजी म.सा., उपाध्याय जितेशमुनिजी म.सा. की आज्ञानुवर्ती साध्वी, शासन प्रभाविका, विदूषि महासती पारसकुंवरजी म.सा. का देवलोकगमन शनिवार को होने पर रविवार की उनकी चकडोल यात्रा निकाली गई। हजारों जैन समाज के श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति में शास्त्री कॉलोनी स्थित श्री जैन दिवाकर स्वाध्याय भवन से उनकी चकडोल यात्रा रवाना हुई। मार्ग में बड़ी संख्या में धमार्लुजनों ने उनकी देह के दर्शन कर धर्मलाभ प्राप्त किया।
चकडोल यात्रा अफीम गोदाम रोड़, बीपीएल चौराहा, महू-नीमच रोड़, नाहटा चौराहा, आर.आर.बी. चौराहा होते हुए मोक्ष धाम (मुक्तिधाम) पहुंची। यहां उनकी देह को अग्नि को समर्पित किया गया। जैन धार्मिक रीति रिवाजों के अनुरूप उनकी देह अग्नि को समर्पित की गई। मुक्तिधाम स्थल पर स्थित सभागार में जैन धर्मालुजनों ने इस मौके पर नवकार महामंत्र का जाप किया तथा लोगस्य एवं अन्य मंत्रों का जाप कर महासती पारसकुंवरजी के देवलोकगमन पर अपनी भावांजलि अर्पित की।
उल्लेखनीय है कि शनिवार की शाम को महासतीजी का अचानक देवलोकगमन हो गया था वे मंदसौर में आचार्य विजयराजजी म.सा. व उपाध्याय जितेशमुनिजी म.सा. के होली चातुर्मास (होली पर्व पर स्थिरता) के उपलक्ष्य में वे मंदसौर पधारी थी। उनका जन्म निम्बाहेड़ा (राज.) के बागेड़ा ग्राम में हुआ था तथा वे कई वर्षों से आचार्यश्री की आज्ञा में रहते हुए संयम जीवन निर्वहन कर रही थी।
महासती पारसकुंवरजी म.सा. की चकडोल यात्रा स्थानकवासी जैन समाज की परम्परानुसार सादगीपूर्ण रूप से निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में जैन धमार्लुजनों के साथ ही मंदसौर नगरवासियों एवं बाहर से आये श्रीसंघों के पदाधिकारियों ने भी सहभागिता की।
हिन्दुस्थान समाचार/ अशोक झलौया/मुकेश
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