मध्य प्रदेश में शीतलहर का कहर, 31 शहरों में तापमान 10 से नीचे, कोहरे की वजह से कई ट्रेनें लेट
- पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, रात का तापमान 3 से 4 डिग्री सेल्सियस
भोपाल, 27 दिसम्बर (हि.स.) । मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी ने जनजीवन को जकड़ लिया है। प्रदेश के 31 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के चलते कई जिलों में दिन का तापमान भी 25 डिग्री से नीचे बना हुआ है। घने कोहरे का असर रेल और सड़क यातायात पर साफ दिखाई दे रहा है। राजधानी, मालवा और झेलम समेत कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद उत्तर दिशा से ठंडी हवाएं प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं, जिससे सर्दी और बढ़ गई है। प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां रात का तापमान 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ठंड के कारण ओस की बूंदें जमने लगी हैं। आज शनिवार सुबह ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली सहित कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा। ठंड और कोहरे के कारण सुबह-सुबह सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए।
झाबुआ जिले में पिछले कई दिनों से मौसम का मिजाज एक जैसा बना हुआ है। यहां न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री दर्ज किया गया। भिंड में तीन दिन बाद फिर कोहरा छाया, जहां न्यूनतम तापमान 6 और अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस रहा। रायसेन में भोपाल रोड पर चोपड़ा तालाब के पास सुबह कोहरे का नजारा देखने को मिला। शाजापुर के अकोदिया में घने कोहरे और कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को प्रभावित किया। यहां न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री दर्ज किया गया, जो इस सीजन की सबसे सर्द रात रही। नर्मदापुरम में भी ठंड का असर जारी है। पचमढ़ी में तापमान 3 डिग्री तक गिर गया, जबकि मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं ने लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर दिया।
प्रदेश के पांच बड़े शहरों में ग्वालियर सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री दर्ज हुआ। भोपाल में 7 डिग्री, जबकि इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा। मंदसौर, शहडोल, शाजापुर, रीवा, शिवपुरी, खजुराहो, नौगांव, दतिया और उमरिया सहित करीब 25 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा।
सीहोर में इस सीजन का सबसे घना कोहरा दर्ज किया गया, जहां विजिबिलिटी घटकर 30 मीटर रह गई। वहीं डिंडौरी में कोहरे के कारण दृश्यता मात्र 10 मीटर तक सिमट गई है, जिससे वाहन धीमी गति से चल रहे हैं। छिंदवाड़ा, दमोह और मुरैना में भी शीतलहर का असर बना हुआ है और ठंड से बचने के लिए लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत

