अशोकनगर: भू-माफियाओं ने पुलिस और नगरपालिका की तक जमीनें हथियाईं, चक्करघिन्नी हो रहा प्रशासन
अशोकनगर, 17 मई(हि.स.)। शहर में अब तक भू-माफियाओं द्वारा लोगों की निजी और अन्य सरकारी जमीनें हथियाने के मामले सामने आ रहे थे। अब माफियाओं के हौसले इतने बुलंद की माफियाओं द्वारा पुलिस और नगरपालिका को तक नहीं बख्शा गया। शिकवा-शिकायतों के चलते अब राजस्व अमला पुलिस और नगरपालिका की जमीनें तलाशने तीन दिनों से चक्करघिन्नी होता दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को एसडीएम, तहसीलदार, गिरदावर, पटवारी देहात थाने के नजदीक उक्त भूमियां तलाशते नजर आए।
मामले को लेकर देहात थाना प्रभारी आरपीएस चौहान ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि देहात थाने के निकट देहात थाने की तीन बीघा जमीन सडक़ के इस पार और उस पार 0.627 हैक्टेयर भूमि है। जिसमें से करीब आधा बीघा भूमि पर कब्जे की आशंका है, जिसको लेकर कलेक्टर, एसडीएम को सीमांकन को लेकर पत्र लिखा गया था। उनका यह भी कहना है कि पुलिस थाने की भूमि पर अतिक्रमण कर भवन निर्माण किया जा रहा था उसको रुकवाया गया है।
वहीं मुख्य नगरपालिका अधिकारी विनोद उन्नीतान ने भी हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि नगरपालिका की पांच बीघा जमीन को लेकर भी सीमांकन कराया जा रहा है, उक्त पांच बीघा भूमि पर कब्जा कर लिया गया है।
भू-माफियाओं द्वारा इस तरह से पुलिस और नगरपालिका की भूमियां हथियाई जाने पर जांच अधिकारी एसडीएम अनिल बनवारिया का कहना है कि तीन दिन से लगातार जांच एवं सीमांकन प्रक्रिया जारी है, अभी नतीजे पर जांच नहीं पहुंच सकी है। अभी उनके द्वारा कुछ भी नहीं बताया जा सकेगा। शहर में लगातार भू-माफियाओं द्वारा कब्जे करने के मामले उजागर होने पर लोग हैरान हैं कि इस तरह जहां देखो वहां माफियागिरी की चर्चा, और जिला प्रशासन के अधिकारी अब तक क्या करते रहे।
भू-माफियाओं को नोटिस: शहर में भू-माफियाओं द्वारा सरकारी जमीनों पर काटी गई कालोनियों को लेकर एसडीएम द्वारा 28 कालोनाईजरों को नोटिस भेजे गए हैं। देखने में आ रहा है कि अब नोटिस बाजी का खेल शुरू हो गया है। दर असल इस तरह जब भी कालोनाईजरों की अवैध कालोनियों के मामले उजागर होते रहे हैं। तत्काल तत्कालीन एसडीएम द्वारा नोटिस देने की कार्रवाई शुरू कर दी जाती रही है, और बाद में मामला टांय-टांय फिस्स होता रहा है।
सिंधिया भी उठा चुके हैं माफियाओं का मुद्दा: केन्द्रीय मंत्री एवं गुना संसदीय सीट से प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपने चुनावी भाषणों में बार-बार भू-माफियाओं का मुद्दा उठाते रहे हैं। पर प्रशासनिक अधिकारी जांच का हवाला देकर चुप्पी साध रहे हैं और केवल नोटिस-नोटिस का दौर दिखाई दे रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/ देवेन्द्र ताम्रकार/मुकेश
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