प्रदेश भर में निकाली गई ‘किसान न्याय यात्रा’, ट्रेक्टर ट्राली लेकर सडक पर उतरे कांग्रेस नेता
भोपाल/ इंदौर, 20 सितंबर (हि.स.)। प्रदेश के सभी जिलों में आयोजित किसान न्याय यात्रा के परिप्रेक्ष्य में शुक्रवार काे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में इंदौर में किसान न्याय यात्रा आयोजित की गई, जिसमें हजारों किसान अपने टैक्टर लेकर रैली में पहुंचे, वहीं बड़ी संख्या में कांग्रेसजन और आम नागरिक भी रैली में शामिल हुये।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेश के किसानों के हक की आवाज को बुलंद करने, उन्हें फसलों का समर्थन मूल्य दिलाने और सोयाबीन के भाव 6हजार रुपए प्रति क्विंटल दिए जाने जैसी मांगों को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस द्वारा प्रदेश भर में निकाली गई ‘किसान न्याय यात्रा’ के समापन अवसर पर आज इंदौर के कलेक्टर कार्यालय पर एक विशाल आम सभा का आयोजन किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने इंदौर में आयोजित किसान न्याय यात्रा को संबोधित करते हुये कहा कि जब तक किसानों को फसलों का समर्थन मूल्य और सोयाबीन का भाव 6हजार रुपए प्रति क्विंटल नहीं मिल जाता, तब तक कांग्रेस का संघर्ष यूं ही चलता रहेगा। प्रदेश सरकार किसानों के साथ हमेशा से अन्याय करती आ रही है। किसान कभी खाद-बीज को लेकर तो कभी बिजली को लेकर परेशान है। मंडियों में किसानों की फसलों को औने-पौने दामों में खरीदकर उन्हें लूटा जाता है।
ट्रैक्टरों को शहर की सीमा में घुसने से रोका
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि किसान न्याय यात्रा में शामिल होने आ रहे हजारों ट्रैक्टरों को शहर की सीमा में घुसने से रोक कर प्रदेश की अत्याचारी भाजपा सरकार ने अपना तानाशाही चेहरा उजागर किया है। अनुमति के बाद भी सरकार का यह कृत्य लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाने के समान है, हमनें इस किसान न्याय यात्रा के जरिए भाजपा को किसानों से किया गया उनका वही वादा याद दिलाया है जो उसने ‘मोदी की गारंटी’ के नाम से अपने घोषणा पत्र में किया था। उन्होंने कहा कि अपने वादे से मुकरी प्रदेश सरकार ने, न तो गेहूं का भाव 27साै रुपए न ही धान का भाव 31 साै रुपए प्रति क्विंटल दिया, सोयाबीन का तो लागत मूल्य भी सरकार देने का नाम नहीं ले रही है।
जीतू पटवारी ने कहा कि इस दमनकारी सरकार को यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि जब तक किसानों को उनकी फसलों का समर्थन मूल्य और सोयाबीन का भाव 6हजार रुपए प्रति क्विंटल नहीं मिल जाता, किसानों के न्याय की यह लड़ाई यूं ही अनवरत जारी रहेगी। अगर सरकार नहीं मानी तो अगले चरण में मंडियों पर आंदोलन होगा और उसके बाद विधानसभा के घेराव के लिए भी सरकार को तैयार रहना होगा। आंदोलन चाहे कितना भी लंबा क्यों न चले, हम तब तक चैन से बैठने वाले नहीं हैं, जब तक किसानों को उनका वाजिब अधिकार नहीं मिल जाता।
पीसीसी चीफ ने कहा कि जिन्होंने वोट देकर आपको मुख्यमंत्री बनाया है, आप इनकी बात जरूर सुनें। जबरन ट्रैक्टर रोकेंगे, दमन करेंगे, तो यह अलोकतांत्रिक कदम होगा। किसानों के न्याय के संघर्ष में मेरे साथियों के रक्त की एक-एक बूंद का हिसाब इस सरकार से लिया जायेगा। श्री पटवारी ने कहा कि किसान न्याय यात्रा में शामिल होने वाले ट्रैक्टर्स को पूरे मध्यप्रदेश में रोका जा रहा है। आज इंदौर में भी पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी कर ट्रैक्टर्स रोके हैं। किसान न्याय यात्रा ट्रैक्टर रैली की अनुमति निरस्त कर तानाशाही और हठधर्मिता का परिचय दिया है। श्री पटवारी ने कहा कि किसानों की यह स्थिति चिंता का विषय है। किसानों के अधिकारों और उनकी आवाज को दबाने का यह प्रयास लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। जब किसान अपनी समस्याओं को लेकर आवाज उठाते हैं, तो उन्हें सुनना और उनके साथ संवाद करना चाहिए। इस तरह के प्रदर्शन लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा होते हैं, और तानाशाह भाजपा सरकार को उन्हें रोकने के बजाय उनके मुद्दों को समझने की कोशिश करनी चाहिए।
इस आम सभा में पूरे जिले भर के किसान पूरे जोश-खरोश के साथ अपने ट्रैक्टरों से शामिल होने के लिए निकले थे, लेकिन शहर की सीमाओं पर बैरिकेडिंग कर, उन ट्रैक्टरों को रोक लिया। भारी पुलिस बल के माध्यम से न केवल ट्रैक्टरों, बल्कि किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी रोकने का प्रयास किया गया और केवल एक ट्रैक्टर को ही सभा स्थल तक जाने की अनुमति दी गई। कांग्रेस प्रवक्ता व सांवेर विधानसभा से पार्टी की उम्मीदवार रहीं रीना बौरासी को सांवेर से आते वक्त बारोली फ़ाटे के पास गिरफ्तार कर लिया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे
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