इंदौरः आरडीएसएस के तहत खंडवा बना केपेसिटर बैंक वाला पश्चिम क्षेत्र का पहला जिला
- जिले के 28 ग्रिडों पर लगाए अत्याधुनिक केपेसिटर बैंक
इंदौर, 29 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की प्राथमिकता वाली योजना रिवेम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम(आरडीएसएस) के तहत ग्रिडों पर केपेसिटर बैंक लगाने का कार्य पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने तेजी से किया हैं। मात्र छः माह में खंडवा जिले में 28 ग्रिडों पर केपेसिटर बैंक का कार्य पूर्ण किया गया हैं। यह कार्य करने वाला खंडवा जिला पश्चिम मप्र में पहला जिला हो गया हैं। यह जानकारी शुक्रवार को मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्य़ुत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने दी।
उन्होंने बताया कि केपेसिटर बैंक के लिए मुख्य अभियंता (कार्य) एसएल करवाड़िया और खंडवा के अधीक्षण यंत्री एसके जैन को निर्देश देकर कार्य की साप्ताहिक समीक्षा का कार्यक्रम लागू किया गया था। दोनों ही अधिकारियों ने जिले के 33/11 केवी के ग्रिडों के चयन, एजेंसी, कार्य प्रारंभ, गुणवत्ता मूल्यांकन, टेस्टिंग आदि का कार्य समय पर कराया। इस तरह दिसंबर के अंतिम सप्ताह में खंडवा जिले के 28 बिजली ग्रिडों पर उच्च गुणवत्ता वाले केपेसिटर बैंक प्रारंभ हो गए हैं।
तोमर ने बताया कि केपेसिटर बैंक से विशेषकर कृषि बहुल क्षेत्र में किसानों के साथ ही बिजली वितरण कंपनी को फायदा मिलने लगा हैं। इससे रिएक्टिव लोड में कमी आने से पावर फैक्टर मापदंड के अनुसार दर्ज होता है, इससे ग्रिड, लाइन, ट्रांसफार्मर की सेहत लंबे समय तक ठीक होगी। परिणाम स्वरूप न केवल अंतिम छोर के किसान को सिंचाई के लिए उच्च गुणवत्ता के साथ बिजली मिलेगी, बल्कि खपत भी तय सीमा के दायरे में आएगी, किसानों का मोटर का मैंटेनेंस भी घटेगा। इसी के साथ लॉस घटने एवं वोल्टेज सुधरने से बिजली संसाधन ज्यादा गुणवत्ता के साथ लंबे समय कार्य करने में सक्षम रहेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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