मध्य प्रदेश में 4 लाख 38 हजार हेक्टेयर में विकसित होगी सिंचाई क्षमता
- मंत्री सिलावट ने जल संसाधन विभाग के संकल्प पत्र 2023 की समीक्षा की
इंदौर, 7 फरवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश में 4 लाख 38 हजार हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता विकसित होगी। यह जानकारी जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बुधवार को जल संसाधन विभाग से संबंधित संकल्प 2023 की परियोजनाओं की मंत्रालय में समीक्षा बैठक के दौरान दी। उन्होंने बैठक में अधिकारियों को संकल्प 2023 में वर्णित परियोजनाओं को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। इससे प्रदेश की जनता और विशेषकर किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी उपलब्ध होगा।
बैठक में मंत्री सिलावट ने कहा की प्रदेशवासियों को इन परियोजनाओं से लाभ दिलाया जाए। संकल्प पत्र 2023 के अंतर्गत विभाग की पन्ना जिले में रूंज एवं मझगांव मध्यम सिंचाई परियोजना, ग्वालियर एवं चंबल में माधव राव सिंचाई परियोजना, छिन्दवाड़ा जिले की पेंच डायवर्सन परियोजना, श्योपुर जिले की चेंटीखेड़ा सिंचाई परियोजना तथा सतना एवं रीवा जिले की बहोती नहर परियोजना सम्मिलित की गई है। बैठक में बताया गया की इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से 4,38,777 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधा विकसित होंगी। जिससे प्रदेश में उद्योग धंधे लगाने के लिए भी आधारभूत आवश्यकताएं निर्मित भी होंगी।
बैठक में मंत्री सिलावट ने विभागातंर्गत निर्मित तालाबों को चिन्हित कर इनके सुदृढ़ीकरण एवं सौन्दर्यीकरण करने हेतु विस्तृत प्रतिवेदन तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। जिसके उपरांत परियोजना प्रतिवेदन स्वीकृति हेतु केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय को प्रेषित किया जायेगा। इसके साथ ही मंत्री सिलावट द्वारा विभाग के सभी निर्मित तालाबों में हो रहे अतिक्रमण हटाने के सख्त निर्देश दिए गये।
बैठक में विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख अभियंता शिशिर कुशवाह, मुख्य अभियंता बोधी जी. पी. सोनी, मुख्य अभियंता रीवा जे.एस. कुसरे, मुख्य अभियंता इंदौर पी.के. वर्मा, उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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