इंदौरः कम्पेल में लगा मेगा स्वास्थ्य शिविर, ग्रामीणों को मिली सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की तरह सुविधाएं
इंदौर, 19 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुसार शासन- प्रशासन द्वारा ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर ग्रामीणों को शहर जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन का सिलसिला प्रारंभ किया गया है। इस सिलसिले में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के मार्गदर्शन और संभागायुक्त दीपक सिंह के निर्देशन में शनिवार को इंदौर जिले के सांवेर विधानसभा क्षेत्र के दूरस्थ इलाके कम्पेल में विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
इस स्वास्थ्य शिविर में इंदौर के अनेक मेडिकल कॉलेज और प्रतिष्ठित हॉस्पिटलों के 500 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर्स/ पैरामेडिकल स्टाफ/वालंटियर एक साथ पहुंचे। उन्होंने 6219 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया, नि:शुल्क दवाइयां देकर उनका उपचार भी किया। साथ ही मरीजों की अत्याधुनिक मशीनों द्वारा विभिन्न तरह की नि:शुल्क जांचें भी की गयी। ऐसे मरीज जो गंभीर/जटिल बीमारी से पीड़ित है, उनका चिन्हांकन किया गया, जिनका लगातार फॉलोअप और मॉनिटरिंग भी की जायेगी। आवश्यकता के अनुसार इंदौर में उनका उपचार/आपरेशन भी नि:शुल्क कराया जाएगा।
शिविर का शुभारंभ मंत्री तुलसीराम सिलावट और संभागायुक्त दीपक सिंह ने किया। इस अवसर पर एसडीएम गोपाल वर्मा, इंदौर जनपद पंचायत अध्यक्ष विश्वजीत सिंह सिसोदिया, देवराज सिंह परिहार, ब्रजमोहन राठी, रामेश्वर चौहान, सुधीर भजनी, रवि दुबे, प्रेम सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी विशेष रूप से मौजूद थे।
कार्यक्रम में मंत्री सिलावट ने कहा कि सांवेर को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में निरोगी एवं आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने की ओर हम अग्रसर हो रहे है। हमारा प्रयास है कि यहां का कोई भी व्यक्ति रोगी नहीं रहे। सबको समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर से बेहतर मिले। इसके लिये 49 करोड़ रुपये की लागत से स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। सांवेर में सौ बेड़ का सिविल अस्पताल बनाया गया है। इसी तरह कनाड़िया में भी 50 बेड़ का सिविल अस्पताल, 30 बेड़ का कम्पेल में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, शिवनी, गढ़ी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मांगलिया में आयुष अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण किया जा रहा है। सांवेर विधानसभा क्षेत्र में पेथोलॉजी लेब, एक्सरे, सोनोग्रॉफी आदि जांचों की भी समुचित व्यवस्था की गई है।
संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा कि इंदौर शहर में तो अत्याधुनिक तथा बड़ी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाएं मौजूद हैं। हमारा प्रयास है कि इन सुविधाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के दूरस्थ अंचलों में भी मिले। शहर की स्वास्थ्य सुविधाओं से ग्रामीण क्षेत्र की जनता भी वंचित नहीं रहे, इसको दृष्टिगत रखते हुए इंदौर संभाग में विशाल स्वास्थ्य शिविर आयोजन की श्रृंखला प्रारंभ की गई है। इस श्रृंखला का पहला दौर जुलाई और अगस्त माह में आयोजित किया गया था। इसके बेहतर परिणाम मिले हैं। इसको देखते हुए दूसरा चरण इस माह से प्रारंभ किया गया है। पहला शिविर आज कम्पेल में आयोजित किया गया है।
शिविर में मरीजों को लाने ले जाने की व्यवस्था की गयी थी। शिविर में केंसर, सिकलसेल, टीबी, लेप्रोसी, सिलोकोसिस, दंत, स्त्री रोग, चर्म रोग, मानसिक रोग, न्यूरोलॉजी, शिशुरोग, ह्दय रोग, मेडिसिन, नेत्र रोग, नाक कान गला रोग आदि बीमारियों के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ग्रामीणों का उपचार किया गया। शिविर में चलित इकाई के माध्यम से दंत परीक्षण भी किया गया। शुगर एवं ब्लड प्रेशर आदि की जांचें भी मौके पर ही की गई। बड़ी संख्या में मरीजों का उपचार आयुर्वेद, होम्योपैथी और युनानी माध्यम से भी किया गया। स्वास्थ्य शिविर में एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, चोईथराम नेत्रालय, आयुष महाविद्यालय, इंदौर कैंसर फांउडेशन, विशेष जुपिटर अस्पताल,, केयर सीएचएल अस्पताल, एलएनसीटी चिकित्सा महाविद्यालय, वर्मा यूनियन हॉस्पीटल सहित अन्य शासकीय एवं अशासकीय अस्पतालों के विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद रहें। शिविर में स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ दिव्यांगजनों के मेडिकल प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड, आभा कार्ड भी बनाए गए।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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