स्वच्छता को अपनी स्थायी आदतों में शामिल करें : संभाग आयुक्त खत्री
- बाल भवन में “स्वच्छता ही सेवा” पखवाड़े के तहत जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित
- जिले भर की ग्राम पंचायतों के सरपंचों सहित अन्य प्रतिभागियों ने सीखीं स्वच्छता की बारीकियाँ
ग्वालियर, 26 सितंबर (हि.स.)। स्वच्छता को अपनी स्थायी आदतों में शामिल करें। स्वच्छता अपनाकर तमाम बीमारियों से बचा जा सकता है। साथ ही बीमारियों के इलाज पर होने वाला खर्चा बचाकर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और परिवार के विकास पर खर्च कर सकते हैं। इसी उद्देश्य के साथ “स्वच्छता ही सेवा” अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में ग्राम पंचायतें सक्रिय भूमिका निभाएँ।
स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करते हुए यह विचार संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने गुरुवार को यहां बाल भवन में “स्वच्छता ही सेवा” पखवाड़ा के तहत आयोजित हुए संवाद सह जिला स्तरीय कार्यशाला में व्यक्त किए। उन्होंने कार्यशाला में मौजूद सभी प्रतिभागियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत की अध्यक्ष दुर्गेश कुँवर सिंह जाटव ने की। इस अवसर पर जिला पंचायत की उपाध्यक्ष प्रियंका सतेन्द्र सिंह, प्रभारी कलेक्टर विवेक कुमार मंचासीन थे। कार्यशाला में जिले भर की ग्राम पंचायतों के सरपंचगणों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर भोपाल से आए राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों ने सभी को ओडीएफ प्लस का लक्ष्य हासिल करने की बारीकियाँ समझाईं।
संभाग आयुक्त खत्री ने कहा कि स्वच्छता की शुरूआत अपने घर, मोहल्ले व गाँव से करें। उन्होंने कहा कि गाँव के सभी घरों में सूखा व गीला कचरा अलग-अलग करने की प्रवृत्ति विकसित करें, जिससे कचरे का अच्छे ढंग से निपटान किया जा सके। उन्होंने ग्राम पंचायत सरपंचों का आह्वान किया कि गाँव के प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक कर स्वच्छता अभियान में भागीदार बनाएँ, जिससे ओडीएफ प्लस के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।
जिला पंचायत की अध्यक्ष दुर्गेश कुँवर सिंह जाटव ने स्वच्छता को जन आंदोलन बनाने और इसमें महिलाओं की सक्रिय भागीदारी पर बल दिया। साथ ही कहा कि जिले में इंदौर की तर्ज पर स्वच्छता गतिविधियों को अंजाम दें। जिला पंचायत की उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह ने भी स्वच्छता अभियान को जन-जन तक पहुँचाने पर बल दिया।
प्रभारी कलेक्टर विवेक कुमार ने ग्वालियर जिले के ग्रामीण अंचल में स्वच्छता अभियान एवं ओडीएफ प्लस कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिये बनाई गई रणनीति पर प्रकाश डाला। साथ ही कहा कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में स्वच्छता संबंधी समस्याओं को दूर कर इस अभियान को सफल बनाएँ।
भोपाल से आए प्रशिक्षक नरेन्द्र सिंह चौहान, साबिर इकबाल और पराग मेढ़के ने स्वच्छता अभियान की सफलता की संबंधित अनुभव साझा किए। साथ ही इस अभियान को सफल बनाने के लिये आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी और इस अभियान की सफलता के लिये सामुदायिक भागीदारी के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में मौजूद जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों ने स्वच्छता को जन-जन तक पहुँचाने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस अवसर पर जिला पंचायत के स्वच्छता समन्वयक नीरज शर्मा एवं परियोजना अधिकारी जय सिंह नरवरिया सहित जिले के सभी विकासखंडों के स्वच्छता समन्वयक भी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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