अनूपपुर: भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क में इंगांराजवि प्रदेश में प्रथम, देश में 11वां स्थान
उपलब्धि से विश्वविद्यालय का गौरव और भी बढ़ा है, समन्वित प्रयास से मिलती हैं उपलब्धियां: कुलपति
अनूपपुर, 30 जून (हि.स.)। आईआईआरएफ ने भारत में विश्वविद्यालयों को यूजीसी के अनुसार केंद्र सरकार के विश्वविद्यालयों, राज्य सरकार के विश्वविद्यालयों, डीम्ड विश्वविद्यालयों और राज्य निजी विश्वविद्यालयों में विभाजित किया है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक (अनूपपुर) देश की सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालय में से एक है। जो 976.40 अंकों के साथ मध्य प्रदेश में प्रथम देश में 11वां स्थान है अर्थात पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त विश्वविद्यालय से जनजातीय विश्वविद्यालय मात्र 12.88 अंक पीछे है। जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना के मात्र 16 वर्ष में यह उपलब्धि मिली हैं।
भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (आईआईआरएफ) ने रविवार को 2024 के लिए भारत के शीर्ष विश्वविद्यालयों की रैंकिंग जारी की है। आईआईआरएफ के अनुसार, रैंकिंग 7 प्रदर्शन संकेतकों पर आधारित है, जो प्लेसमेंट प्रदर्शन, शिक्षण अधिगम और संसाधन, अनुसंधान, उद्योग आय और एकीकरण, प्लेसमेंट रणनीति और सहायता, और बाहरी धारणा के आधार पर भारतीय सामाजिक-आर्थिक और औद्योगिक पैमाने पर ध्यान केंद्रित करती है, जिस पर छात्रों, शिक्षकों, उद्योग विशेषज्ञों और पूर्व छात्रों द्वारा देश भर में भरोसा किया जाता है।
फ्रेमवर्क देश के शिक्षण संस्थानों को रैंक करने के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है। आईआईआरएफ रैंकिंग का कहना है, कि भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (IIRF) ने देश के टॉप केंद्रीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग जारी कर दी है, जो 7 परफॉरमेंस इंडिकेटर पर बेस्ड है। इसे आईआईआरएफ रैंकिंग 2024, की आधिकारिक वेबसाइट www.iirfranking.com पर देखा जा सकता है। ज्ञात हो कि आईआईआरएफ एक नॉन-गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन है, जो देश भर के 1,000 से ज्यादा शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन करता है। इनमें 300 से ज्यादा विश्वविद्यालय और 350 इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल है। इसके अलावा 150 से ज्यादा बिजनेस स्कूल, 50 लॉ कॉलेज, 50 डिज़ाइनिंग स्कूल, 50 आर्किटेक्चर कॉलेज और 100 से ज्यादा यूजी कॉलेज शामिल हैं।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि यह अत्यंत गौरव का क्षण है कि पूरे देश में हमें 11वां स्थान मिला है। यह इस बात का द्योतक है कि विश्वविद्यालय का सामूहिक प्रयास इसे लगातार प्रगति पथ पर आगे ले जा रहा है। इस उपलब्धि से विश्वविद्यालय का गौरव और भी बढ़ा है। सभी के समन्वित प्रयास से यह महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त हो सकी है। इसका श्रेय सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिवार को है। मुझे विश्वास है की आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय में निरंतर, बेहतर कार्य होते रहेंगे। जिससे यह विश्वविद्यालय शीर्ष पर आसीन होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला/मुकेश
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