भारतीय संस्कृति का उपासक होने पर मुझे गर्वः शिवराज
- मुख्यमंत्री शिवराज ने ओरछा में किया चुनावी सभा को संबोधित, दिलाया भाजपा की जीत का संकल्प
कहा- मैं बहन, बेटियों की पूजा करता हूँ, करता रहूँगा, जनता ही मेरे लिए जनार्दन
भोपाल, 24 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं बहनों और बेटियों को देवी स्वरूप मानता हूं, इसलिए बेटियों के पांव धुलता हूं। मुझे गर्व है कि मैं भारतीय संस्कृति का उपासक हूं और सनातन की परंपराओं का सम्मान करता हूं। यह कांग्रेस वाले कुछ भी कहते रहे। मैं कन्या पूजन भी करूंगा, उनके पांव पखारूंगा और उस पानी को माथे से लगाऊंगा।
मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को ओरछा में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दशहरे के दिन ओरछा में सभा को संबोधित कर भाजपा को विजय बनाने का संकल्प दिलाया। सभा में उमड़े जनसैलाब को प्रणाम करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयादशमी के पावन अवसर पर भी आपकी इतनी संख्या में मौजूदगी भाजपा के प्रति विश्वास व्यक्त करती है। मैं आप सभी को प्रणाम करता हूँ, मेरी बहनों तुम्हारी जिंदगी बेहतर बनाने में मैं कोई कसर नहीं छोडूंगा।
कन्या पूजन को नौटंकी कहना सनातन का अपमान
मुख्यमंत्री ने दिग्विजय सिंह द्वारा कन्या पूजन को लेकर दिए गए बयान पर सभा में पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा कन्या पूजन को नाटक नौटंकी बताना सनातन संस्कृति का अपमान है। मुझे कहते हुए बहुत पीड़ा है। बेटियों की पूजा सनातन का संस्कार है, कल पूरा देश बेटियों की पूजा कर रहा था। बेटियों के पांव पखारे जा रहे थे। कन्या भोज किए जा रहे थे। लेकिन कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को बेटियों की पूजा नाटक-नौटंकी लगती है। बेटियों के पूजन को दिग्विजय सिंह नौटंकी कहते हैं। उनके जैसी घटिया सोच वाले बेटियों की पूजा और बेटियों का सम्मान सहन नहीं कर पाते हैं। दिग्विजय सिंह यह आपके संस्कार होंगे लेकिन मैं तो रोज बहन-बेटियों की पूजा करता हूं और करता रहूंगा।
चौहान ने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि कांग्रेस अपना स्टेंड साफ करे, मैं मल्लिकार्जुन खड़गे और मैडम सोनिया गांधी से पूछता हूं... क्या बेटी की पूजा नाटक नौटंकी है..! सारे देश ने बेटियों की पूजा की है। कांग्रेस का स्टैंड क्या है। कांग्रेस अपने स्टैंड को साफ करें,.. क्या कांग्रेस बेटियों और कन्या पूजन के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि बहनों और बेटियों की पूजा के लिए भी नैतिक साहस चाहिए। मैं बेटियों और बहनों के पैर भी धोता हूं और उस पानी को माथे से लगाता हूं। यह वही कर सकता है जिसके मन में पवित्र भाव हो। जिसमें भारतीय संस्कार हो।
बेटियों के सम्मान से भी दिग्विजय सिंह को तकलीफ
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि दिग्विजय सिंह सनातन विरोधी हैं। बेटियों के सम्मान से भी दिग्विजय सिंह को तकलीफ हैं। वो सनातन और शिवराज का विरोध करते-करते इतने निचले स्तर पर पहुंच गए कि उन्हें भारत में बहन-बेटियों के पूजन और सम्मान से भी परेशानी होने लगी हैं। उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों को टंचमाल और आइटम जैसे अपशब्द कहने वाले कभी भी बेटियों का सम्मान सहन नहीं कर सकते हैं। दिग्विजय सिंह का कन्या पूजन को नौटंकी कहना सनातन का अपमान है। जनता सनातन के अपमान को सहन नहीं करेगी और इसी मानसिकता को हम बदलना चाहते हैं।
मैं अपनी जनता को जनार्दन मानता हूं
चौहान ने कहा कि सभी में सियाराम का वास है, भाइयों में राम का तो बहनों में माता-सीता का वास है, इसलिए मैं अपनी जनता को ही जनार्दन मानता हूं। जनता ही मेरे लिए जनार्दन है। मेरे असली भगवान है गरीब, किसान, गुरबा, नौजवान मैं तो उनमें भी भगवान को देखता हूँ इसलिए एक ही संकल्प है हमारा कि आपकी जिंदगी में कोई तकलीफ परेशानी न रहे। आपको प्रणाम भी करता हूँ और यह वचन भी देता हूँ कि, हमारे जीते जागते देवी देवता आप हैं आपकी सेवा भगवान की पूजा है यह सेवा जब तक सांस चलेगी तब तक होती रहेगी। देवता वहीं वास करेंगे जहां माँ बहन और बेटियों को सम्मान दिया जाएगा।
मोदी के डर से कांग्रेस और विपक्षी दल परेशान
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और बाकी पार्टियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से परेशान है। कहते हैं कि मोदी बड़े खतरनाक हैं। मोदी को हराने के लिए सब इकट्ठे हो गए। कांग्रेस, सपा और आप ने इंडी गठबंधन बना लिया, ये घमंडी लोग हैं। कभी भयानक बाढ़ आ जाए तो एक ही पेड़ पर बंदर, सांप, बिच्छू, आदमी सब बैठ जाते हैं क्योंकि नीचे बाढ़ का पानी है। वैसे ही जब मोदी की लहर आई तो सब एक ही पेड़ पर चढ़ गए। लेकिन जब बाढ़ का पानी आता है तब पेड़ पर बैठे जीव जंतु एक दूसरे को काटते नहीं है, लेकिन ये तो पेड़ पर भी आपस में लड़ रहें हैं। इनका कोई भविष्य नहीं हैं।
दिलाया विजय का संकल्प
मुख्यमंत्री ने विशाल जनसभा में उपस्थित जनसमूह को भाजपा की जीत का संकल्प दिलाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम दशहरा दिवस पर्व पर संकल्प लेते हैं कि, मध्यप्रदेश विधानसभा को 17 नवंबर को होने वाले चुनाव में, कंधे से कंधा मिलाकर कमल के फूल पर वोट डालकर भाजपा की जीत सुनिश्चित करेंगे। हम संकल्प लेते हैं कि, भाजपा की सरकार ने हमारी माताओं, बहनों, बेटियों, किसानों, युवाओं, गरीबों के कल्याण एवं प्रदेश के विकास के लिए जो काम किए हैं उन्हें जन-जन तक पहुंचाएंगे और भाजपा की सरकार फिर से बनाएंगे। साथ ही साल 2024 में लोकसभा में भाजपा को जीताएंगे और मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा
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