उज्जैन में 10वीं के छात्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, कारणों की जांच में जुटी पुलिस
उज्जैन, 30 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में सोमवार देर रात एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहां इंदौर रोड स्थित कंचन विहार कॉलोनी में कक्षा 10वीं के एक छात्र ने मफलर से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। छात्र को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में ले लिया है।
नीलगंगा थाना पुलिस के अनुसार मृतक छात्र की पहचान दिलीप पाटीदार के नाबालिग पुत्र के रूप में हुई है, जो मूल रूप से ग्राम लसुड़ल्या, टोंकखुर्द का निवासी था। वह उज्जैन में रहकर कक्षा 10वीं की पढ़ाई कर रहा था। छात्र अपने एक दोस्त के साथ कंचन विहार कॉलोनी में किराए के कमरे में रहता था। बताया गया कि सोमवार को स्कूल से लौटने के बाद उसके चाचा संजय पाटीदार उससे मिलने पहुंचे थे। चाचा और भतीजे के बीच कुछ देर सामान्य बातचीत हुई, जिसके बाद छात्र अपने कमरे में आराम करने चला गया। उस समय किसी को भी किसी अनहोनी का अंदेशा नहीं था।
रात के समय जब उसका दोस्त कपड़े लेने के लिए कमरे की ओर गया, तो उसने छात्र को कमरे की रेलिंग से मफलर के फंदे पर लटका हुआ देखा। यह दृश्य देखकर वह घबरा गया और तुरंत चाचा संजय पाटीदार को सूचना दी। चाचा ने तुरंत फंदा काटकर छात्र को नीचे उतारा और उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलने पर नीलगंगा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और प्रारंभिक जांच की। मंगलवार सुबह जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे आत्महत्या के कारणों का फिलहाल कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिल पाया है। छात्र ने यह कदम क्यों उठाया, इसका अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है। नीलगंगा थाना पुलिस के अनुसार मृतक छात्र के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना से पहले उसकी किन लोगों से बातचीत हुई थी और क्या वह किसी मानसिक दबाव या परेशानी से गुजर रहा था। पुलिस छात्र के दोस्तों, परिजनों और परिचितों से भी पूछताछ कर रही है।
फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर किशोरों में मानसिक तनाव और पढ़ाई से जुड़े दबाव के मुद्दे को गंभीरता से सामने ला दिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्वेल

