राजगढ़ःऔषधि भंडारण अग्निकांड में जांच समिति ने सौंपी रिपोर्ट, नुकसान टला सप्लाई रहेगी निर्बाध
राजगढ़, 28 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के राजगढ़ में जिला चिकित्सालय परिसर स्थित औषधि भंडारण में दो दिन पहले हुई आग की घटना के मामले गठित विशेषज्ञ टीम ने रविवार को जांच रिपोर्ट पेश की है। सीएमएचओ द्वारा गठित विशेषज्ञ टीम द्वारा स्टोर का सूक्ष्म निरीक्षण किया गया,जिसमें स्पष्ट हुआ कि अस्पतालों में दवाइयों की सप्लाई पर इस घटना का कोई असर नही पड़ेगा।
दरअसल, 26 दिसम्बर की शाम जिला चिकित्सालय परिसर स्थित औषधि भंडारण में शाॅर्ट-सर्किट होने से आग लग गई थी, जिसमें दो से तीन दमकल वाहनों की मदद से एक से डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू किया गया था। आगजनि में भंडारण में रखी दवाईयां खाक होने का अंदेशा लगाया गया था। इस पर मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.शोभा पटेल द्वारा विशेषज्ञ टीम गठित की गई थी, जिसमें सिविल सर्जन डाॅ.रजनीश शर्मा, डाॅ.एलपी. भकोरिया, डाॅ.राजीव हरिऔध, डाॅ.अमित कोहली, डाॅ.महेन्द्रपालसिंह सहित फार्मासिस्ट लोकेन्द्र शाक्यवार और दिनेश पारिक शामिल थे।जांच के दौरान टीम ने एक-एक रैक और रिकाॅर्ड की बारीकी से जांच की।
जांच का सकारात्मक पहलू यह है कि अधिकांश स्टाॅक सुरक्षित मिला। स्टोर में मौजूद कुल 186 रैकों में से केवल कुछ ही रैकों का सामान आग की चपेट में आया था। विभाग का अधिकांश रिकाॅर्ड और महत्वपूर्ण दस्तावेज पूरी तरह सुरक्षित है, जिससे आॅडिट और वितरण में कोई समस्या नही आएगी। अधिकांश दवाईयां और चिकित्सा उपकरण सुरक्षित पाए गए है। आगजनि के बावजूद जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में दवाईयों की सप्लाई में कोई बाधा नही आएगी। स्वास्थ्य विभाग प्रशासन ने अब प्रमाणिकता के आधार पर स्टोर के प्रभावित हिस्से को दुरस्त करने की योजना बनाई है। टीम की इस सकारात्क रिपोर्ट से स्वास्थ्य विभाग और आमजन की चिंता को कम किया है, जल्दि ही स्टोर को फिर से सुचारु रुप से संचालित करने की कार्यवाही शुरु की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / मनोज पाठक

