पूर्वी मप्र के कई जिलों में तेज बारिश के साथ गिरे ओले, फसलों को पहुंचा नुकसान

पूर्वी मप्र के कई जिलों में तेज बारिश के साथ गिरे ओले, फसलों को पहुंचा नुकसान
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पूर्वी मप्र के कई जिलों में तेज बारिश के साथ गिरे ओले, फसलों को पहुंचा नुकसान


भोपाल, 19 मार्च (हि.स.)। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आने के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश में पिछले चार दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में बेमौसम बारिश हुई। मौसम विभाग ने बुधवार को भी जबलपुर, शहडोल, रीवा, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ वर्षा होने की संभावना जताई है, वहीं सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, जबलपुर, सिवनी, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में ओले गिरने की आशंका है। प्रदेश के शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा।

मंलगवार को दोपहर में अचानक मौसम बदलने से सिंगरौली, मुलताई, छिंदवाड़ा और डिंडौरी में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इसके साथ ही कई जगह बेर के आकार के ओले भी गिरे। ओलावृष्टि से टमाटर और गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। सिवनी और मंडला में भी बारिश और ओले गिरे। जबलपुर में भी शाम को कई क्षेत्रों में बारिश हुई।

उमरिया जिले में भी मंगलवार शाम को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया और सूर्य बिल्कुल कोहरे से ढक गया। तेज हवाएं और बारिश के साथ ओले भी पड़ते हुए दिखाई दिए। यह घटनाक्रम करीब आधे घंटे से ज्यादा तक चलता रहा। जब तेज हवाओं के साथ ओले पड़ने लगे, तो देखते ही देखते सफेद चादर पूरे खेत पर बिखर गई। खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिसको लेकर किसान चिंता में हैं और अब आस लगाए हुए हैं कि सरकार उन्हें राहत प्रदान करेगी।

इधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मंगलवार देर शाम ट्वीट के माध्यम से कहा कि शहडोल, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के कुछ जिलों समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में हुई असामयिक वर्षा एवं ओलावृष्टि को लेकर संबंधित जिला कलेक्टरों को तत्काल सर्वे के निर्देश दिए हैं। फसलों की क्षति का आंकलन कर नियमानुसार प्रभावित किसानों के नुकसान की भरपाई की कार्रवाई की जाएगी।

भोपाल के मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में पश्चिमी विदर्भ पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त बंगाल की खाड़ी में प्रति चक्रवात मौजूद है। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि इस मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से हवाओं के साथ पूर्वी मध्य प्रदेश में लगातार नमी आ रही है। इस वजह से वहां पिछले चार दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है।

उन्होंने बताया कि बुधवार को नर्मदापुरम, रीवा, मऊगंज, सतना, छिंदवाड़ा, मैहर, पांढुर्णा, सीधी, कटनी, नरसिंहपुर और बैतूल जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, जबलपुर और सिवनी जिले में लगभग 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ वर्षा एवं ओला वृष्टि के आसार हैं। अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में लगभग 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ओले भी गिर सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

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