वीर बाल दिवस पर जनप्रतिनिधियों, भाजपा कार्यकर्ताओ ने गुरुद्वारों में मत्था टेककर वीर साहिबजादों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की
जबलपुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। गुरु गोविन्द सिंह महाराज के चारो साहिबजादों का बलिदान राष्ट्र, धर्म और सनातन संस्कृति की रक्षा हेतु दिया गया सर्वोच्च और अनुपम बलिदान है। उनका अदम्य साहस, अटूट आस्था और अन्याय के विरुद्ध अडिग संकल्प मानव इतिहास में वीरता और त्याग का अमर प्रतीक है, यह बात लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने मदनमहल गुरुद्वारा में वीर बाल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।
वीर बाल दिवस के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी जबलपुर महानगर द्वारा आज शहर के चार गुरुद्वारों में आयोजित कार्यक्रम में साहिबजादों की शहादत को नमन किया गया। भाजपा द्वारा शहर के मदनमहल, आधारताल, मढ़ाताल एवं रांझी गुरुद्वारा में कार्यक्रम आयोजित किये, जिसमें लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, प्रदेश महामंत्री राहुल कोठारी, प्रदेश कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन, राज्यसभा सांसद सुमित्रा वाल्मीकी, जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, ग्रामीण जिला अध्यक्ष राजकुमार पटेल, महापौर जगतबहादुर सिंह अन्नू, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी पराँजपे, नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज, पूर्व विधायक हरेंद्रजीत सिंह बब्बू के साथ पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर गुरुग्रन्थ साहिब को मत्था टेककर साहिबजादों को श्रद्धांजलि दी।
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि जिन वीर साहिबजादों ने धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए बाल अवस्था में ही बलिदान की पराकाष्ठा को छू लिया, उनका साहस इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। बाल साहिबजादो ने धर्म, कर्तव्य और देशभक्ति के मार्ग पर अडिग रहकर अत्याचार के सामने कभी शीश नहीं झुकाया। उन्होंने कहा कि बाल अवस्था में भी जिस दृढ़ आस्था, अपूर्व आत्मबल और अद्वितीय वीरता के साथ साहिबजादों ने क्रूर अत्याचारों का सामना किया, वह मानव इतिहास में अद्वितीय और प्रेरणास्पद है। उनकी अमर गाथा आज भी प्रत्येक भारतीय के हृदय में राष्ट्रप्रेम, त्याग और आत्मसम्मान की चेतना जागृत करती है तथा युगों-युगों तक राष्ट्रभक्ति, धर्मनिष्ठा और कर्तव्यनिष्ठ जीवन का मार्ग प्रशस्त करती रहेगी।
प्रदेश महामंत्री राहुल कोठारी ने कहा वीर बाल दिवस का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को यह संदेश देना है कि आयु भले ही छोटी हो, किंतु विचार, साहस और संकल्प महान हो सकते हैं। यह दिवस केवल स्मरण का नहीं, बल्कि भावी पीढ़ी में नैतिक मूल्यों, वीरता और देशभक्ति की भावना जगाने का सशक्त माध्यम है।
भाजपा जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर ने कहा पूर्व में बाल दिवस को एक व्यक्तित्व विशेष के जन्मदिन तक सीमित रखा गया था, जबकि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविन्द सिंह जी के चारों साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान को राष्ट्र के सामने जीवंत रखने के लिए वीर बाल दिवस मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक

