मध्य प्रदेश में भी अलग से गोपालन मंत्रालय का गठन करेगी सरकारः राज्यमंत्री पटेल

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मध्य प्रदेश में भी अलग से गोपालन मंत्रालय का गठन करेगी सरकारः राज्यमंत्री पटेल


मध्य प्रदेश में भी अलग से गोपालन मंत्रालय का गठन करेगी सरकारः राज्यमंत्री पटेल


मध्य प्रदेश में भी अलग से गोपालन मंत्रालय का गठन करेगी सरकारः राज्यमंत्री पटेल


मध्य प्रदेश में भी अलग से गोपालन मंत्रालय का गठन करेगी सरकारः राज्यमंत्री पटेल


आगरमालवा, 5 जनवरी (हि.स.)। पशुपालन एवं डेयरी विभाग राज्यमंत्री

लखन पटेल ने रविवार को कहा कि हमारी सरकार अन्य राज्यों की भांति

मध्य प्रदेश में भी अलग से गोपालन मंत्रालय का गठन करेगी। जिस प्रकार

महाराष्ट्र सरकार ने गोमाता को राज्यमाता का दर्जा देने का जो शुभ कार्य किया है, महाराष्ट्र

का पड़ोसी राज्य होने के नाते एवं भारत का नाभि प्रदेश होने के नाते मध्य प्रदेश भी शीघ्र

गोमाता को राज्यमाता का दर्जा देगा, उसके लिए मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से निवेदन

कर शीघ्र अध्यादेश लाकर गोमाता को राज्यमाता का दर्जा दिलाएंगे, साथ ही साथ ही गोपालको

को प्रति लीटर 5 रुपये का अलग से बोनस देने का निर्णय भी सरकार करने वाली है।

मंत्री पटेल प्रदेश शासन द्वारा घोषित गोवंश रक्षा वर्ष के तहत मध्यप्रदेश

और राजस्थान की सीमा पर आगरमालवा जिले के ग्राम सालरिया में स्थित विश्व के पहले कामधेनु

गौ-अभ्यारण्य में चल रहे एक वर्षीय वेदलक्षणा महामहोत्सव के 272 वें दिन की गौ-कथा

शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने गौपूजन भी किया। अपने संबोधन में मंत्री पटेल ने

गोमाता की मातृत्वभाव से हो रही सेवा के लिए पूज्य संतो एवं यहां के प्रबंधन का आभार

जताते हुए कहा कि गौसेवा कैसे होती है उसके साक्षात दर्शन करने है तो कामधेनु गौ अभयारण्य

सालरिया आइए।

उन्होंने महामहोत्सव के मुख्य यजमान चिमन भाई अग्रवाल का आभार जताया कि आपने मध्यप्रदेश शासन

द्वारा मनाएं जा रहें एक वर्षीय गौवंश रक्षा वर्ष के निमित्त गुजरात से आकर विश्व के

इस प्रथम गौअभयारण्य में जो भव्य आयोजन किया है, उसके लिए मध्य प्रदेश शासन चिमन भाई

अग्रवाल के संपूर्ण परिवार का आभार प्रकट करता है और इस महामहोत्सव के उपसंहार उत्सव

पर मै स्वयं मुख्यमंत्री को साथ लेकर चिमन भाई का आभार प्रकट करने के लिए पुनः इस

गौअभ्यारण्य में आएंगे।

मंत्री पटेल ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने भी यह निर्णय

लिया है कि गोवंश को आवारा पशु के बजाय निराश्रित गौवंश के नाम से संबोधित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि में मीडिया के साथियों को भी निवेदन करना चाहूंगा कि अब वे भी अपने

समाचारों में आवारा पशु के संबोधन के बजाय निराश्रित गोवंश के नाम से संबोधित करें।

साथ ही राज्य के किसानों से भी आग्रह करूंगा कि आप कम से कम अपने परिवार के लिए जहर

युक्त खेती के बजाय गौ आधारित खेती करें ताकि अपने परिवारजन स्वस्थ रहें। साथ ही बताया

कि हमारी सरकार ने प्रति गोवंश 40 रुपए की जो घोषणा की है उसे शीघ्र लागू किया जाएगा।।

हिन्दुस्थान समाचार / रितेश शर्मा

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