सागर में फर्नीचर क्लस्टर बनेगा औद्योगिक विकास का नया केंद्र
सागर, 26 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के सागर जिले के औद्योगिक विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के रूप में सिदगुंवा क्षेत्र में फर्नीचर क्लस्टर की स्थापना को शासन से स्वीकृति मिल चुकी है। यह बहुप्रतीक्षित परियोजना सागर विधायक शैलेंद्र कुमार जैन के सतत प्रयासों का परिणाम है, जो लंबे समय से इस क्लस्टर को जिले में लाने के लिए शासन स्तर पर सक्रिय रहे हैं।
प्रथम चरण मार्च तक पूर्ण होने की संभावना
फर्नीचर क्लस्टर की स्थापना लगभग 32.66 एकड़ भूमि पर की जा रही है।
विधायक जैन ने शुक्रवार को बताया कि परियोजना के प्रथम चरण में ₹36 करोड़ की लागत से सड़क, नाली, विद्युत, जल आपूर्ति सहित अन्य मूलभूत अधोसंरचना का विकास किया जा रहा है, जिसका कार्य मार्च माह तक पूर्ण होने की संभावना है। इसके साथ ही इस क्लस्टर में ₹100 करोड़ से अधिक के निजी निवेश का प्रस्ताव है।
100 से अधिक उद्योग इकाइयों की स्थापना
इस औद्योगिक क्लस्टर के अंतर्गत 100 से अधिक फर्नीचर एवं संबंधित उद्योग इकाइयों की स्थापना होगी, जिससे लगभग 3000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
विधायक शैलेंद्र कुमार जैन ने बताया कि इस परियोजना के माध्यम से स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे तथा उन्हें आवश्यक तकनीकी प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाएगा।अब तक सागर के टिंबर व्यापारी केवल कच्ची लकड़ी का निर्यात अन्य शहरों में करते थे, जहां फर्नीचर का निर्माण होता था। फर्नीचर क्लस्टर के निर्माण से अब सोफा, कुर्सी, डाइनिंग टेबल, लकड़ी के सजावटी सामान और फर्नीचर मशीनरी से जुड़ी इकाइयां सागर में ही स्थापित होंगी। इससे स्थानीय उद्योगों और व्यापारियों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा।
शहर से बाहर होंगे स्थानांतरित
फर्नीचर क्लस्टर के अंतर्गत शहर की आरा मशीनें और टिंबर व्यापारी शहर से बाहर स्थानांतरित किए जाएंगे, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यातायात व्यवस्था भी सुचारू होगी। शासन द्वारा उद्योगों की स्थापना और संचालन के लिए अनुदान एवं मशीनों पर सब्सिडी की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
विधायक ने व्यापारियों के साथ किया निरीक्षण
विधायक शैलेंद्र कुमार जैन ने टिंबर व्यापारियों के साथ निर्माण स्थल का निरीक्षण करते हुए बताया कि मार्च के अंत तक प्रथम चरण की सभी अधोसंरचना सुविधाएं पूर्ण कर ली जाएंगी। भूमि अधिपत्य के बाद उद्यमियों के चयन हेतु आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) जारी की जाएगी। वर्तमान में यह परियोजना प्रथम चरण में है, जबकि भविष्य में द्वितीय चरण के तहत इसका और विस्तार किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान दिनेश भाई पटेल, पंकज लोडवानी, शिवकुमार भीमसरिया, दिनेश भाई भवानी टिंबर, नितिन लोटवानी एवं महेश राय सहित टिंबर और फर्नीचर उद्योग से जुड़े कई प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
औद्योगिक मानचित्र पर नई पहचान
यह फर्नीचर क्लस्टर परियोजना सागर को औद्योगिक मानचित्र पर नई पहचान दिलाने के साथ-साथ रोजगार सृजन और आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण और दूरगामी कदम सिद्ध होगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजू विश्वकर्मा

