वनोपज आधारित अर्थव्यवस्था को और ज्यादा मजबूत बनाया जाएगाः मंत्री चौहान
भोपाल, 19 जनवरी (हि.स.)। वन एवं पर्यावरण मंत्री नागर सिंह चौहान ने कहा कि वनोपज आधारित अर्थव्यवस्था को वनोपज संग्राहकों के हित में और ज्यादा मजबूत बनाया जायेगा। उन्हें वनोपजों का लाभ देने के लिये नई रणनीति बनाई जाएगी।
वन मंत्री चौहान शुक्रवार को मंत्रालय में वनोपज अंतर्विभागीय समिति की 476वीं बैठक में वनोपज के आर्थिक दोहन से जुडे विभिन्न विषयों पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने भूमि स्वामी के काष्ट की मेन्युअल हेंडलिंग के लिये मानव दिवस के आधार पर पारिश्रमिक तय करने के निर्देश दिये।
मंत्री चौहान ने तेंदूपत्ता के विपणन के लिये प्राप्त निविदाओं की जांच कर विपणन से संबंधित अनुमानित आंकडे प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बैठक में वर्ष 2024 में संग्रहित होने वाले तेंदूपत्ते के एडवांस डिस्पोजल के लिये आनलाइन निविदा दरों की स्वीकृति दी गई। बैठक में बताया गया कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को बढ़ा हुए पारिश्रमिक 4000 रूपये प्रति मानक बोरा दिया जा रहा है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव जनजातीय कार्य विभाग एसएन मिश्रा, प्रमुख वन संरक्षक वनबल प्रमुख डॉ. अभय कुमार पाटिल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक-उत्पादन एचयू खान, प्रबंध संचालक लघु वनोपज संघ विभाष कुमार ठाकुर, उप महा प्रबंधक वन विकास निगम राजवीर सिंह, उप सचिव वित्त डॉ. अरूण पालीवाल, अवर सचिव राजस्व नेहा मारव्या, पदमप्रिया बाल कृष्णन सदस्य सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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