उज्जैनः आत्महत्या के लिए पानी की टंकी पर चढ़ गई महिला कर्मचारी
उज्जैन, 4 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन के देवास रोड स्थित नागझिरी के समीप ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय की महिला भृत्य गुरूवार दोपहर में आत्महत्या की धमकी देते हुए 60 फीट ऊंची पानी की टंकी पर चढ़ गई। महिला कर्मचारी ने प्रभारी प्राचार्या पर मानसिक प्रताडऩा और जबरन छात्रावास में ट्रांसफर करने का आरोप लगाया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने कर्मचारी को समझा बुझाकर टंकी से नीचे उतार लिया।
नागझिरी थाना प्रभारी कमल निगवाल ने बताया कि अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा संचालित ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय में सुनीता परमार निवासी केसरबाग कॉलोनी वर्ष 2009 से विद्यालय में अंशकालिक दैनिक श्रमिक (भृत्य) के रूप में कार्यरत है। सुनीता गुरूवार दोपहर में विद्यालय के पास बनी पानी की टंकी पर आत्महत्या की धमकी देते हुए चढ़ गई। सूचना मिलते ही पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और काफी देर तक सुनीता को समझाइश दी गई। इसके बाद वह टंकी से नीचे उतरी। इस दौरान सुनीता के परिजन भी मौके पर पहुंच गए थे। सुनीता ने पुलिस को बताया कि प्रभारी प्राचार्या संध्या शर्मा उसे लगातार परेशान कर रही हैं। प्राचार्या उसे विद्यालय के मुख्य भवन से हटाकर बालक छात्रावास में पदस्थ करना चाहती हैं, जबकि वह मुख्य विद्यालय में ही काम करना चाहती है। सुनीता ने आरोप लगाया कि प्राचार्या उससे जानबूझकर र्दुव्यवहार करती हैं। गौरतलब है कि यह उज्जैन का यह पहला मामला है जब कोई सरकारी महिला कर्मचारी परेशान होकर पानी की टंकी पर चढ़ गई।
मुख्य कार्यालय में करने है काम
प्रभारी प्राचार्या संध्या शर्मा ने आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि सुनीता परमार पहले से ही बालक छात्रावास में अंशकालिक दैनिक श्रमिक के तौर पर कार्यरत हैं। वह जिद कर रही हैं कि उन्हें विद्यालय के मुख्य कार्यालय में काम करने दिया जाए। प्राचार्या ने कहा, मैं खुद विद्यालय के काम में व्यस्त रहती हूं, सुनीता बाई छात्रावास में रहती हैं, उनसे मेरा सीधा संबंध
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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्वेल

