खिलाड़ियों के विकास के लिए प्रत्येक सुझाव और प्रस्ताव मान्य होगाः मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- खेल प्रशिक्षकों को भी सामान्य शिक्षकों की तरह मिलेगी पदोन्नति
भोपाल, 12 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के युवा खिलाड़ियों की एशियाड और ओलम्पिक खेलों में अर्जित उपलब्धियां सराहनीय हैं। खेलों और खिलाड़ियों के विकास के लिए प्रबंधन को बेहतर बनाते हुए राज्य सरकार प्राप्त सुझावों एवं प्रस्तावों को मान्य करते हुए उन पर अक्षरश: अमल करेगी। खिलाड़ियों के कोच अर्थात खेल प्रशिक्षक भी सामान्य शिक्षकों की तरह पदोन्नति के पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में खेल भी पाठ्यक्रम का हिस्सा है। उदीयमान खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार को यहां कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हॉल) में राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पुरस्कार प्राप्त समस्त खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में खेलों का विशेष स्थान है। प्राचीन काल में होने वाले स्वयंवर में तींरदाजी जैसी गतिविधि को स्थान प्राप्त था। स्वामी विवेकानंद युवाओं के लिए खेल आवश्यक मानते थे। उन्होंने उस कठिन समय में शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन में अपनी बात रखी, जब भारत को दकियानूसी लोगों और सपेरों का देश कहा जाता था। वास्तविकता यह है कि भारत की संस्कृति की ऊंचाइयां हिमालय की ऊंचाइयों से भी बढ़कर हैं। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम चंद्रयान से गगनयान तक पहुंच रहे हैं। हमारे यान सूर्य देव (आदित्य) तक भी पहुंच सकते हैं। इक्कीसवीं सदी भारत की होगी, यह कोई कल्पना नहीं है।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के कार्य को गौरवशाली बताते हुए कहा कि भगवान राम आदर्श पुत्र, आदर्श पिता और आदर्श शासक थे। उनका प्रकृति के प्रति सम्मान था। वनवासियों और मनुष्यों के साथ वन्य प्राणियों के प्रति भी प्रेम था। भारतीय संस्कृति की विशेषताओं को जहाँ स्वामी विवेकानंद ने विश्व तक पहुंचाया, वहीं प्रधानमंत्री मोदी प्रत्येक कार्य से अमिट छाप छोड़ रहे हैं। उन्होंने कोविड वैक्सीन, देशवासियों के साथ ही अन्य देशों तक भी नागरिकों की जीवन रक्षा के लिए पहुंचाने का कार्य किया। हाल ही में उन्होंने लक्षद्वीप जाकर यात्रा को ऐतिहासिक बनाया। यहाँ पर पर्यटन की असीम संभावनाओं को साकार किया जा सकेगा। इसी माह विश्व के अन्य स्थानों पर पर्यटन के लिए जाने वाले लोग अपनी यात्रा निरस्त कर लक्षद्वीप जाने लगे हैं।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवा उद्यमियों और खेल प्रतिभाओं का सम्मान किया। कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर के सभाकक्ष में युवा दिवस पर निमाड़ी लोक कलाकारों का गायन भी हुआ। निमाड़ अंचल के बड़वानी जिले के बालकृष्ण लोकगायकों ने लोकगीतों की प्रस्तुति दी।
प्रधानमंत्री का संबोधन
युवा दिवस के उपलक्ष्य में नासिक में राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए संबोधन का मुख्यमंत्री डॉ. यादव और अन्य अतिथियों ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में श्रवण किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज युवा नेतृत्वकारी भूमिका में है। भारत देश युवाओं का देश है। भारत का मिजाज और अंदाज युवा है। भारत में मोबाइल डेटा के उपयोग का कार्य क्रांति की तरह हुआ है। आजादी के अमृत काल में अनेक क्षेत्रों में कार्य करते हुए आगे बढ़ाना है। इस दौर में यह भी आवश्यक है कि युवा अपने सामने नई चुनौतियाँ लाकर कार्य करें। भारत शीघ्र ही विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्थ होगी। आज जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में लक्ष्य प्राप्त करना है। आयुर्वेद और योग का महत्व बढ़ रहा है। मोटे अनाज अर्थात् श्री अन्न को सुपर फूड के रूप में भारत के रसोई घरों में पहुंचाने में सफलता मिली है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर युवाओं से आव्हान किया कि वे नशे की प्रवृत्ति त्याग दें। अपने सामर्थ्य से संकल्पों को पूर्ण करें।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का जन्मदिवस युवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। भारतीय दर्शन, संस्कृति और विचार दुनिया को दिशा दिखाने का कार्य करते हैं। स्वामी जी ने शिकागो की धर्म सभा में अपने संबोधन में भारत के प्रति अन्य देशों के लोगों के मन में व्याप्त गलतफहमियों को दूर किया। स्वामी विवेकानंद मात्र 39 वर्ष जिए, लेकिन उन्होंने दुनिया में भारत का परचम फहराया। उन्होंने संपूर्ण भारतीय समाज को जो दिशा दी, वो उत्प्रेरक का कार्य करती है। स्वामी जी का मानना था कि युवाओं का तन-मन और मस्तिष्क से सुदृढ़ होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व में सिरमौर बन रहा है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं अन्य अतिथियों ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और दीप प्रज्जवलित किया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष रमेश मेंदोला व सचिव दिग्विजय उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव स्मिता भारद्वाज ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। खेल संचालक रवि गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन पदम भंडारी ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।