अनूूपपुर: हाथियों ने बांका गांव में ग्रामीणों के घरों में की तोड़फोड़ अनाज को बनाया अहार
भगाने के लिए अब तक नहीं बन सकी कोई रणनीति,हाथियों के आतंक से भयभीत ग्रामीण
अनूपपुर, 19 जनवरी (हि.स.)। गुरुवार एवं शुक्रवार की रात दो हाथियों ने ठेगरहा के जंगल से बांका गांव में दो ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर रखे विभिन्न तरह के सामानों को खाया, शुक्रवार की सुबह दुधमनिया बीट के जामुनागढई जंगल में विश्राम कर रहें है, शुक्रवार की रात को किस ओर जाएगा जाने पर ही पता चल सकेगा।
कई दिनों से दो हाथियों ने अनूपपुर जिले विभिन्न जंगलों में दिनभर आराम कर देर रात जंगल के 8-10 किमी की परधि में बसे ग्रामों में ग्रामीणों के घरों, बांड़ी एवं खेतों में लगी फसलों को खा रहें व फैला कर नष्ट कर रहें हैं, जिससे ग्रामीण भयभीत है। कई दिनों से दो हाथियों का समूह गोवरी एवं पगना के जंगल में जमाया डेरा,ग्रामीणों का रात में घरों में रहना हो रहा दूभर,हाथियों के आतंक से भयभीत ग्रामीण, हाथियों को भगाने की अब तक नहीं बनी रणनीति नहीं बनने व निरंतर हाथियों के विचरण किए जा रहें नुकसान की जानकारी जिले के साथ प्रदेश स्तर के जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन को होने के बाद भी हाथियों को जिले से बाहर करने तथा जिले की सीमा में हाथियों के प्रवेश को रोकने की अब तक कोई रणनीति नहीं बन सकी है, पूछे जाने पर कुछ जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मुआवजा दिए जाने की बात कह कर पल्लाह झाड़ रहें हैं। जिससे ग्रामीण हाथियों से द्वंद युद्ध करने को बाध्य हो रहे हैं। हाथियों के विचरण दौरान सिर्फ वन विभाग का मैदानी अमला ग्रामीणों की मदद से हाथियों को बीच बस्ती में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास पूरी रात करता रहता है।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला
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