मंदसौर: मौसम में बार-बार बदलाव से अफीम की फसल हो रही रोग ग्रस्त, किसान चिंचित
मंदसौर, 16 फरवरी (हि.स.)। इन दिनों जिले में अफीम की फसल पर डोडो पर चीरे लगाने का कार्य शुरू हो चुका है वहीं जिन किसानो को सीपीएस पद्धति से डोडे देना है वे भी इस समय अफीम की फसल की निगरानी में लगे है ऐसे में बार-बार मौसम परिवर्तन होने से किसान चिंतित है। क्षेत्र में अफीम की फसल के लिए मौसम अनुकूल नही होने से अफीम उत्पादक किसान अभी से काफी चिंचित नजर आरहे है क्योंकि फसल खारिया रोग व अन्य कई बीमारियों से ग्रस्त हो गई है महंगी दवाइयां भी काम नही कर पा रही है।
बरखेड़ापन्थ के किसान जगदीश माकनिया व ईश्वरलाल पाटीदार से बताया कि मैने दस आरी में अफीम की फसल बोई जिसमे मुझे चीरा लगाने वाला अफीम का लाइसेंस मिला काफी मेहनत कर इस फसल को बड़ा किया काफी पैसा खर्च करने व महंगे कीटनाशक के छिड़काव के बाद भी यह रोगग्रस्त हो गई में अब औसत पूरी करने को लेकर काफी चिंतित हु ओर दुविधा में हु की चीरा लगाऊ के नही।
कांग्रेस नेता पहुंचे खेतों में
शुक्रवार को मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा, किसान नेता कचरूलाल चढ़ावत ने ग्रामीण क्षेत्रो में भ्रमण कर खेतो में जाकर रोग ग्रस्त अफीम की फसल को देखा व किसानों से चर्चा की।
मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने इस मौके पर कहा कि यह फसल काफी खर्चीली है फिर किसानों को जंगली जानवरों घोडारोज से बचाव के लिए इसकी सुरक्षा के लिए रतजगा भी करना पड़ता है परिवार के छोटे से लेकर बड़े व्यक्ति की इस फसल में अहम भूमिका होती है और जब यह फसल ऐसे बर्बाद होती है तो किसानों के पास खून के आंसू रोने के अलावा अन्य कोई विकल्प नही रह जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार/अशोक झलौया
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