ज़िद, जुनून और जज़्बे के साथ टीमभावना से मप्र को स्वास्थ्य क्षेत्र में शीर्ष में ले जायेंगे : उप मुख्यमंत्री शुक्ल

ज़िद, जुनून और जज़्बे के साथ टीमभावना से मप्र को स्वास्थ्य क्षेत्र में शीर्ष में ले जायेंगे : उप मुख्यमंत्री शुक्ल
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ज़िद, जुनून और जज़्बे के साथ टीमभावना से मप्र को स्वास्थ्य क्षेत्र में शीर्ष में ले जायेंगे : उप मुख्यमंत्री शुक्ल


- उप मुख्यमंत्री ने चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों, समाजसेवियों को किया सम्मानित

भोपाल, 4 जुलाई (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि ज़िद, जुनून और जज़्बे के साथ टीमभावना से कार्य कर मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय में शीर्ष में ले जायेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान बजट में विगत वर्ष की तुलना में स्वास्थ्य क्षेत्र में 34 प्रतिशत अधिक राशि का प्रावधान किया गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में की गयी यह वृद्धि शासन की स्वास्थ्य क्षेत्र की प्राथमिकता को निरूपित करती है।

उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से हर नागरिक तक उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करने का कार्य हुआ है। आयुष्मान भारत योजना के लिए गत वर्ष की तुलना में 45 प्रतिशत अधिक बजट का प्रावधान वर्तमान वित्तीय वर्ष में किया गया है। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल गुरुवार को भोपाल में एक निजी न्यूज़ चैनल के मंच मध्यप्रदेश मेडिकली स्पीकिंग कार्यक्रम में शामिल हुए।

स्वास्थ्य सेवाओं में गैप एनालिसिस कर योजनाबद्ध रूप से किए जा रहे हैं प्रयास

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवाओं की व्यवस्था का गहन मंथन कर गैप एनालिसिस किया गया है। इन कमियों की पूर्ति के लिए योजनाबद्ध रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों और लक्ष्यों के संबंध कार्यक्रम में चर्चा की। उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य अधोसंरचना विकास के साथ चिकित्सकीय मैनपॉवर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मेडिकल कॉलेज की संख्या में वृद्धि के प्रयास किए जा रहे हैं। उप-मुख्यमंत्री ने चिकित्सकीय समुदाय से ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएँ प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को ज़िला चिकित्सालय स्तर तक लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए इण्डियन पब्लिक हेल्थ स्टेण्डर्ड (IPHS) के मापदंडों को लागू किया जा रहा है। सरकार ने 46 हजार से अधिक नवीन पदों का सृजन किया गया है। आगामी 2 वर्षों में इन पदों की पूर्ति के प्रयास हैं। सरकार चिकित्सा शिक्षा की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए सतत प्रयास कर रही है। प्रदेश में वर्ष 2003 में मात्र 5 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय ही संचालित थे। वर्तमान में 14 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संचालित हैं। वर्ष 2024-25 में 3 और शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय मंदसौर, नीमच एवं सिवनी में संचालित हो जायेंगे। आगामी 2 वर्षों में 8 और चिकित्सा महाविद्यालय संचालित करने के लिए सरकार प्रयासरत है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों, समाजसेवियों का सम्मान किया।

हिन्दुस्थान समाचार / उमेद/मुकेश

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