ग्वालियरः जीवनसाथी चुनने के लिए दिव्यांगजनों ने उत्साहपूर्वक दिया अपना परिचय
- जिला प्रशासन की पहल पर आईटीआई में हुआ दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन का आयोजन
ग्वालियर, 4 अक्टूबर (हि.स.)। दिव्यांगजन भी जीवनसाथी चुनकर अपना घर बसा सकें। इस दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप ग्वालियर जिले में जिला प्रशासन द्वारा विशेष पहल की गई है। इस पहल के तहत शुक्रवार को शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षणशाला (आईटीआई) में “दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन” का आयोजन किया गया। जिला पंचायत की अध्यक्ष दुर्गेश कुंवर सिंह जाटव के मुख्य आतिथ्य और कलेक्टर रुचिका चौहान व जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार की मौजूदगी में आयोजित हुए इस सम्मेलन में दिव्यांगजनों ने उत्साहपूर्वक अपना-अपना परिचय दिया और अपने व्यवसाय की जानकारी दी। साथ ही यह भी बताया कि वे अपने जीवनसाथी में कौन-कौन सी खूबियों की अपेक्षा रखते हैं। सम्मेलन में लगभग एक सैकड़ा दिव्यांगजनों ने भाग लिया।
जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गेश जाटव ने सम्मेलन में आए सभी दिव्यांगजनों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार दिव्यांगजनों के समग्र कल्याण के लिए कृत संकल्पित होकर काम कर रहीं हैं। ग्वालियर जिला प्रशासन ने दिव्यांगजनों का विवाह कराने के लिए बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि इस परिचय सम्मेलन में जो जोड़ें तय होंगे, उनका विवाह दीपावली के बाद शुभ मुहूर्त पर सामूहिक विवाह सम्मेलन के जरिए कराया जाएगा। साथ ही सरकार द्वारा संचालित दिव्यांगजन विवाह प्रोत्साहन योजना सहित शासन की अन्य योजनाओं का लाभ भी दिव्यांगजनों को दिलाया जाएगा। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर जन सहयोग से भी दिव्यांगजनों की गृहस्थी बसाने के लिए मदद दिलाई जाएगी।
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण विभाग के सहयोग से जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किए इस शिविर में संयुक्त संचालक सामजिक न्याय कृति दीक्षित, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार व डीपीसी रविन्द्र तोमर सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
दिव्यांग व्यवसायी व राष्ट्रीय स्तर के पैरा खिलाड़ी भी आए सम्मेलन में
दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन में दिव्यांग प्रतिभागियों ने सामान्य परिचय देने के साथ अपने व्यवसाय को खासतौर पर रेखांकित किया। झांसी से आए शिवप्रताप सिंह राजपूत का कहना था कि हमारा टेंट का कारोबार है इससे हमें हर माह कम से कम 50 हजार की आमदनी होती है। इसी तरह किसी ने अपनी किराने की दुकान तो किसी ने अन्य व्यवसायिक गतिविधियों के बारे में बताया। राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल कौशल का लोहा मनवा रहे दिव्यांगजन भी सम्मेलन में शामिल हुए। राष्ट्रीय स्तर के पैरा तलवारबाज दीपक शर्मा, वाटर स्पोर्टस के नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट संजीव कोटिया व आर्म्स रेसलर अरविन्द रजक ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया।
जिला प्रशासन ने तैयार कराई है दिव्यांगों की बुकलेट
ग्वालियर जिला प्रशासन ने जिले में निवासरत विवाह योग दिव्यांगों का डाटाबेस एकीकृत कर एक बुकलेट तैयार कराई है। इस बुकलेट में महिला व पुरुष दिव्यांगों के बारे में विस्तृत व्यौरा उपलब्ध है। शुक्रवार को आयोजित हुए दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन में सभी दिव्यांग प्रतिभागियों को यह बुकलेट उपलब्ध कराई गई, जिससे वे इस बुकलेट के डाटाबेस के आधार पर अपने भावी जीवनसाथी के बारे में जान-समझ सकें। इस बुकलेट में महिला और पुरुषों सहित 119 दिव्यांगजनों का संपूर्ण परिचय उपलब्ध है।
आपसी मेलजोल बढ़ाने के लिए खेल गतिविधियां भी हुईं
आईटीआई में शुक्रवार को आयोजित हुए दिव्यांगजन परियन सम्मेलन में दिव्यांगजनों के साथ आए परिजनों के बीच मेलजोल बढ़ाने के लिए खेल गतिविधियां भी आयोजित की गई। दिव्यांगजनों के परिजनों को समूहों में बांटकर यह प्रतियोगिता कराई गई। इस दौरान सभी ने एक-दूसरे से अनौपचारिक माहौल में बातचीत कर अपने दिव्यांग बेटे-बेटियों के विवाह की दिशा में कदम बढ़ाया।
सम्मेलन में स्वास्थ्य, आयुष्मान, आधार कार्ड व खाद्यान्न पर्ची शिविर भी लगे
दिव्यांगजन परियन सम्मेलन में स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया, जिसमें दिव्यांगजनों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ शुगर व वीपी की जांच भी गईं। इसी तरह दिव्यांगजनों के आयुष्मान कार्ड व आधार कार्ड बनाने के लिए भी इस अवसर पर शिविर लगाए गए। सम्मेलन परिसर में पात्र दिव्यांगजनों की खाद्यान्न पर्ची बनाने की रूपरेखा भी तैयार की गई।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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