जबलपुर: ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं में उद्यमिता का विकास करने उद्यम संस्कार शिविरों का आयोजन बुधवार से

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जबलपुर: ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं में उद्यमिता का विकास करने उद्यम संस्कार शिविरों का आयोजन बुधवार से


जबलपुर, 23 दिसंबर (हि.स.)। जिले के ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं में उद्यमिता का विकास करने तथा स्वरोजगार की योजनाओं से जोड़कर उन्हें स्वयं की इकाई स्थापित करने के लिये प्रेरित करने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा बुधवार, 24 दिसम्बर से प्रत्येक विकासखण्ड के दो-दो क्लस्टरों में उद्यम संस्कार शिविरों का आयोजन किया जायेगा।

कलेक्टर राघवेंद्र सिंह की पहल पर आयोजित किये जा रहे उद्यम संस्कार शिविरों में स्वरोजगार योजनाओं के फार्म भरवाने के साथ-साथ युवाओं को विशेषज्ञों द्वारा बाजार में उपलब्ध संभावनाओं के अनुसार इकाइयों का चयन तथा उत्पादों मार्केटिंग पर मार्गदर्शन दिया जायेगा।

उद्यम संस्कार शिविरों की शुरुआत बुधवार जिले के सभी सात विकासखंडों में 14 स्थानों पर शिविर लगाकर की जायेगी। ये शिविर जबलपुर विकासखण्ड के ग्राम सुकरी एवं हरदुली, पनागर विकासखण्ड के ग्राम घाना और उर्दुआकला, पाटन विकासखण्ड के ग्राम उड़ना सड़क और लुहारी कांटी, मझौली विकासखण्ड के ग्राम इंद्राना और मुरैठ, शहपुरा विकासखण्ड के ग्राम बिलखरवा और मगरमुंहा, सिहोरा विकासखण्ड के ग्राम अगरिया और मझगंवा तथा कुंडम विकासखण्ड के ग्राम खुख्खम और पड़रिया में लगाये जायेंगे।

कलेक्टर सिंह ने उद्यम संस्कार शिविरों के आयोजन को लेकर विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये हैं तथा इनके सफल आयोजन के लिये अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की है। उन्होंने जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के सहायक प्रबंधक को समन्वयक का दायित्व सौंपा है तथा क्षेत्रीय बैंक अधिकारी, पंचायत समन्वय अधिकारी अथवा सहायक विकास विस्तार अधिकारी तथा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सहायक विकासखण्ड प्रबंधक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। कलेक्टर ने आगामी एक माह के दौरान आयोजित किये जाने वाले उद्यम संस्कार शिविरों का कैलेंडर भी जारी किया है तथा इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिये हैं।

उद्यम संस्कार शिविरों में स्वरोजगार योजनाओं से जुड़े अधिकारियों के साथ-साथ बैंक अधिकारी भी मौजूद रहेंगे तथा युवाओं को स्वयं का उद्योग या व्यवसाय स्थापित करने के लिये ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया बताएंगे। शिविरों में न केवल युवाओं को उद्योग स्थापित करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, बल्कि स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को भी नगद साख सीमा, बैंक लिंकेज और क्रेडिट लिमिट जैसी सुविधाओं की जानकारी भी दी जायेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक

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