मंदसौर: पशुपतिनाथ मेले पर निर्णय अभी तक अधूरा , नपा और व्यापारी अधर में
मंदसौर, 18 नवम्बर (हि.स.)। पशुपतिनाथ महादेव का कार्तिक मेला देव उठनी ग्यारस से प्रारंभ होता है। इस से पूर्व नगरपालिका परिषद द्वारा मेला लगाने के लिए व्यवस्था करती है। विधानसभा 2023 के चुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता लगी होने से, निर्वाचन अधिकारी ने अभी तक मेला लगाने की अनुमति नगर पालिका परिषद को प्रदान नहीं की है। इस कारण नगर पालिका द्वारा मेला ग्राउंड पर किसी भी प्रकार का कोई कार्य नहीं किया गया है। लेकिन दूर-दूर से व्यापारी आना शुरू हो गए है। व्यापारी मेले की तारीख व व्यवस्था नहीं होने के कारण परेशान हो रहे हैं वहीं नपा मंदसौर भी असंमजस की स्थिति में है।
17 नवंबर को मध्य प्रदेश में मतदान हो चुका है तथा 3 दिसंबर को मतगणना होना है। इस कारण प्रदेश में आदर्श आचार संहिता 3 दिसंबर तक जारी रहेगी, प्रदेश में मतदान हो जाने के पश्चात जिला निर्वाचन अधिकारी से भगवान पशुपतिनाथ महादेव कार्तिक मेला लगाने हेतु नगर पालिका परिषद को अनुमति मिलना चाहिए क्योंकि मतदान होने के पश्चात मंदसौर में कार्तिक मेले के नाम पर कोई भी राजनीतिक दल इसका फायदा नहीं उठा सकता है। अब देखना है कि नगर पालिका परिषद को निर्वाचन विभाग से मेले की अनुमति प्राप्त होती है या नहीं यह तो भविष्य के गर्भ में, लेकिन मेले में व्यापार के लिए व्यापारियों का आना लगातार जारी है। वैसे पहले भी चुनावों के दौरान भगवान पशुपतिनाथ का मेला लगा था इस बार तो निर्वाचन संपन्न भी हो चुका है। वैसे सबकों भरोसा है कि भगवान पशुपतिनाथ का कार्तिक मेला अवश्य लगेगा।
मामले में नगर पालिका सीएमओ सुधीर कुमार का कहना है कि हमने निर्वाचन आयोग से आचार संहिता से पहले ही पत्र लिखकर मेले की अनुमति मांगी है। अब तक अनुमति नहीं मिली है।
हिन्दुस्थान समाचार/अशोक झलौया