मप्रः रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के दिन कई घरों में गूंजी किलकारियां
भोपाल, 22 जनवरी (हि.स.)। मध्यप्रदेश में उन महिलाओं के लिए सोमवार का दिन यादगार बन गया, जब उन्होंने अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर संतान को जन्म दिया। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर समेत प्रदेशभर के कई अस्पतालों में किलकारियां गूंजी। किसी ने अपने बच्चे का नाम राम रखा तो किसी ने राघव।
इंदौर में 180 बच्चों ने शुभ दिन में जन्म लिया
इंदौर की बात करें तो यहां सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर शहर में 180 से ज्यादा बच्चों ने जन्म लिया। यह सामान्य दिनों के मुकाबले 30 प्रतिशत ज्यादा है। सामान्य दिनों में 100 से 120 तक डिलीवरी होती है। निजी अस्पतालों के कई स्त्री रोग विशेषज्ञों को परिजन ने राम मंदिर के अभिषेक के मुहूर्त के समय ही सी-सेक्शन के लिए जोर दिया। कनुप्रिया व्यास ने कनाड़िया स्थित फीनिक्स हॉस्पिटल में बेटी को जन्म दिया। कनुप्रिया और अमित की ये दूसरी संतान है। कनुप्रिया ने कहा कि इस मुहूर्त में बेटी के आगमन पर हम धन्य हो गए।
विदिशा में भी 11 परिवारों के घरों में नन्हे बच्चों की किलकारी गूंजी। ये परिवार जन्मे हुए बच्चों को भगवान राम का बड़ा वरदान मान रहे हैं। आज के दिन जिला अस्पताल में कुछ परिजन ऐसे भी रहे, जिन्होंने ऑपरेशन करवाकर बच्चों को जन्म दिया है। इन परिवारों का कहना है कि आज के दिन से ज्यादा शुभ कोई दूसरा दिन नहीं हो सकता। आज अयोध्या में भगवान राम आए हैं और हमारे घर में भी राम के रूप में हमारे लला आए हैं।
विदिशा की निधि चतुर्वेदी की खुशी का ठिकाना नहीं है। उन्होंने बताया कि आज के दिन हमारे घर में बेटा हुआ है। आज के दिन उसका जन्म अपने आप में खास महत्त्व रखता है। उमा चतुर्वेदी तो अपने बेटे को भगवान राम का बड़ा वरदान मान रही हैं। वह कहती हैं कि भगवान राम ने आज हमारे घर को नन्हा बालक देकर बड़ा वरदान दिया है।
दमोह में भी सोमवार को जन्मे बच्चे-बच्चियों के माता-पिता खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। दमोह जिला अस्पताल में सोमवार को जन्मे बच्चों के परिजनों में उत्साह और खुशी देखने को मिली। खास बात यह है कि ज्यादातर जन्मे नवजात बच्चों के नाम राघव, राम, रघु, रघुकुल, दीप्ति, दीपा, सीता या सिया के नाम पर रखे गए हैं। बच्चों के माता-पिता ने सिर्फ बेटों ही नहीं बेटियों के नाम भी माता सीता के नाम पर रखे हैं।
भोपाल के जेपी अस्पताल में जन्मीं बच्चियों का नाम सिया रखा गया है। बेटियों के जन्म पर पूरे अस्पताल में उत्सव मनाया गया। अस्पताल में जन्मे बच्चों को 'राम' नाम के दुपट्टे वितरित किए गए और लोगों को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई गईं।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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