दतिया : खाद्य के लिए किसान रात-रात भर जाग रहा है, फिर भी परेशान
दतिया, 24 नवंबर (हि.स.)। इस समय बोवनी का समय चल रहा है और खाद की बहुत जरूरत है, लेकिन खाद की समस्या से किसान परेशान है। बोवनी के लिए उसे उर्वरक के लिए रसायनिक खाद डीएपी की आवश्यकता है। किसान खाद लेने के लिए रतजगा कर रहा है। किसान रात रात भर खाद गोदाम पर गोदाम खुलने का इंतजार कर रहा है। सुबह होते ही वह लाइन में खड़ा हो जाता है। जब तक दस बजे गोदाम खुलने का समय होता है तब तक लाइन में सैकड़ों किसान खड़े हो जाते हैं। आन्नदाता ने कड़ी मेहनत करके जमीन का पलेवा किया उसकी जुताई की उसके बाद जब बोने का समय आया तब उसे डीएपी खाद नहीं मिल रहा है। खाद से परेशान किसान कहीं नारेबाजी कर रहा है तो कहीं सड़कों पर जाम लगा रहा है। शुक्रवार को जब किसान को खाद नहीं मिली तो गुस्साए किसान सड़क पर उतर आए और कृषि उपज मंडी के सामने जाम लगा दिया। बमुश्किल अधिकारियों के समझाने के बाद किसानों ने जाम खोला।
खाद-बीज की समस्या किसानों के लिए बढ़ती जा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से किसान हर दिन खाद मिलने की आस लेकर शहर में आते हैं, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगती है। वेयर हाउस पर मंडी में दो खाद गोदाम है। दो अलग-अलग कांउटर बनाकर किसानों की लंबी कतारें लगाकर प्रशासन के आला अधिकारी ने पर्ची देकर खाद का वितरण कराया।
इंदरगढ़ में पुलिस के हस्तक्षेप से बंटा खाद
इंदरगढ़ खाद गोदाम पर पहले लेने के चलते किसानों ने हंगामा खडा करने की सूचना पर पुलिस ने मोर्चा ही नहीं संभाला वल्कि किसानों की लाईन लगवा कर खाद वितरण कराया। किसानों के गेहूं बोने का समय चल रहा है। हर किसान को खाद की आवश्यकता होने के कारण खाद गोदाम पर भी लम्बी लाइन देखी जा सकती है। इंदरगढ़ में स्थित खाद गोदाम की स्थिति कमोबेश इसी तरह की है, जहाँ खाद गोदाम पर बड़े भोर से किसानों का जमावड़ा हो जाता है पहले खाद लेने के चलते हंगामें के आसार भी वने है। इसी के चलते शुक्रवार को भी किसानों ने हंगामा कर दिया।
इस संबंध में इंदरगढ़ के किसान कल्ला ने बताया कि गोदाम पर खाद पर्याप्त है किन्तु, वितरण व्यवस्था ठीक नहीं है साथ ही स्टॉप की कमी के चलते समय पर खाद नहीं मिल रहा है। हम बहुत से किसान सुवह से बैठे है। वितरक भी सही वितरण नहीं कर रहे है ।
इंदरगढ़ गोदाम प्रभारी अंकित पाठक का कहना है कि खाद देने से पूर्व किसान की जानकारी पीओएस मशीन पर अपडेट करने में समय लगता है फिंगर लगाते ही वितरण पर्ची नहीं वनती। वितरण सही कराया जा रहा है।
दतिया उप संचालक जीएस गोरख का कहना है कि 2 हजार 360 मीट्रिक टन डीएपी खाद दतिया पहुंच चुकी हैं। अब किसानों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। दतिया जिले में 85 प्रतिशत से अधिक बुआई हो चुकी है।
हिन्दुस्थान सामचार/संतोष/राजू/नेहा
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