मंदसौर: धनतेरस पर कुबेर मंदिर पर उमड़ी भक्तों की भीड़, लोगों ने पूजा अर्चना
मंदसौर, 10 नवम्बर (हि.स.)। शुक्रवार को धन तेरस पर शहर में जहां एक तरफ जमकर खरीदारी हो रही हे वही धन के देवता कुबेर देव के मंदसौर शहर के खिलचीपुरा इलाके में स्थित मंदिर पर भक्तो का तांता लगा रहा। यहां दुर्लभ कुबेर प्रतिमा डेढ़ हजार साल पुरानी है। इसे गुप्तकाल की माना जाता है। बड़े बुजुर्गों ने बताते है कि यह मंदिर आकाश मार्ग से कहि उड़ कर जा रहा था इसे महंत जी मे अपनी साधना के बल पर यहाँ उतार लिया था। आज भी इस मंदिर की नींव नही है।
शिव मंदिर में कुबेर की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित है। मंदिर की प्रसिद्धि के चलते लोग इसे कुबेर धनतेरस पर कुबेर मंदिर के पट तड़के 4 बजे पट खोले जाते हैं एवं शिव परिवार के साथ ही कुबेर का शृंगार भी किया जाता है। शुक्रवार सुबह 4रू00 बजे से ही यहां पर भक्तों की लंबी लंबी कतारें देखने को मिलती है यहां रात 12 बजे तक दर्शनों एवं पूजा पाठ का सिलसिला चलता रहता है।
बताया जाता है कि देश में कुबेर देव के साथ शिव जी दो जगह विराजित है पहले उत्तराखंड के बद्री विशाल में महादेव के साथ कुबेर देव का मंदिर है तो वही मंदसौर जिले के खिलचीपुरा इलाके में भगवान कुबेर के साथ साक्षात महादेव का मंदिर स्थापित है । आज धनतेरस के शुभ अवसर पर मंदसोर सहीत दुर दराज से भक्तगण भगवान कुबेर के धाम पहुंचे और यहां विधि विधान से पुजन अर्चन किया।
हिन्दुस्थान समाचार/अशोक झलौया
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