अनूपपुर: मनरेगा के नाम और अस्तित्व पर कांग्रेस का विरोध, कहा-सिद्धांतों और मूल्यों को कमजोर करने की साजिश

WhatsApp Channel Join Now
अनूपपुर: मनरेगा के नाम और अस्तित्व पर कांग्रेस का विरोध, कहा-सिद्धांतों और मूल्यों को कमजोर करने की साजिश


अनूपपुर, 21 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में रविवार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के नाम और उसके अस्तित्व को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने अनूपपुर जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी ने भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ रैली निकालकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई और मनरेगा को मौजूदा स्वरूप में बनाए रखने की मांग की। विरोध प्रदर्शन से पहले जिलेभर से आए कांग्रेस कार्यकर्ता इंदिरा तिराहें में एकत्रित हुए। यहां आयोजित सभा में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार पर मनरेगा की पहचान को कमजोर करने और महात्मा गांधी के नाम को योजनाओं से हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

सुनियोजित राजनीतिक साजिश

विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने कहां कि भाजपा सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का नाम बदलना सबसे महत्वपूर्ण जन-कल्याणकारी कानून से महात्मा गांधी के नाम और मूल्यों को मिटाने का सुनियोजित राजनीतिक साजिश है। इस योजना में राज्यों पर हिस्सेदारी का बोझ डालकर केन्द्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है। यह बदलाव केन्द्र सरकार द्वारा जनता के काम के कानूनी अधिकार को ही समाप्त करता है।

सिद्धांतों और मूल्यों को कमजोर करने की साजिश

सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के जिला अध्यक्ष श्याम कुमार गुड्डू चौहान ने कहा कि महात्मा गांधी केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में सम्मानित व्यक्तित्व हैं और उनकी प्रतिमाएं कई देशों में स्थापित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार योजनाओं से गांधी के नाम और उनकी विचारधारा को हटाने का प्रयास कर रही है। यह केवल नाम बदलने का मुद्दा नहीं है, बल्कि गांधी के सिद्धांतों और मूल्यों को कमजोर करने की साजिश है।

मजदूरी भुगतान में आ रही हैं कई तरह की अड़चनें

पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश सिंह ने ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार मनरेगा योजना को धीरे-धीरे समाप्त कर किसी अन्य नाम से नई योजना लाने की तैयारी कर रही है, जिससे महात्मा गांधी का नाम पूरी तरह हट जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में मनरेगा के तहत मजदूरी भुगतान में कई तरह की अड़चनें आ रही हैं।उन्होंगने चेतावनी दी कि यदि मनरेगा को कमजोर किया गया या इसे बंद करने की कोशिश हुई, तो ग्रामीण क्षेत्रों से मजदूरों का पलायन फिर से तेज हो जाएगा। कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि मनरेगा के नाम, स्वरूप या मजदूरों के अधिकारों से कोई छेड़छाड़ की गई, तो पार्टी चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगी।

इस विरोध प्रदर्शन में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रीति रमेश सिंह, कांग्रेस गौ संरक्षण व संवर्धन प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष डॉ व्हीपीएस चौहान, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष मानवेंद्र मिश्रा, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रफी अहमद, सेवादल जिलाध्यक्ष डॉ एहसान अली, ब्लॉक अध्यक्ष कोतमा नीलेश पांडेय, बिजुरी जयकुमार छड़ी, राजनगर राहुल सिंह परिहार, अनूपपुर ब्लॉक अध्यक्ष गुलाब पटेल, जैतहरी रजन राठौर, जमुना बदरा नरेंद्र सिंह ने भी अपनी अपनी बात रखते हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का नाम बदलने पर विरोध जताया। उक्त धरना प्रदर्शन में आदिवासी कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशुतोष मार्को, अनुसूचित जाति विभाग जिलाध्यक्ष उदय अहिरवार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता आशीष त्रिपाठी, वासु चटर्जी, संतोष यादव, रामसजीवन गौतम, कांग्रेस कार्यालय प्रभारी सत्येंद्र दुबे, सैफ रिजवी, वीरेंद्र सिंह, नीरज मिश्रा, राजूराम पटेल, राघवेंद्र पटेल, मोतीलाल शर्मा, कोदु राठौर, संजीव द्विवेदी, जय प्रकाश पाण्डेय एवं अन्य कांग्रेस पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला

Share this story