वास्तु अनुसार होगा उज्जैन का संपूर्ण विकास : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
चिंतामण गणेश रोड होगा फोरलेन, वंदे भारत ट्रेन से जुड़ेंगे इंदौर, देवास, उज्जैन एवं फतेहाबाद
- मुख्यमंत्री सम्राट विक्रमादित्य भवन स्थित नव-निर्मित शिव परिवार मंदिर की मूर्ति स्थापना प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
भोपाल, 6 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन को विकास कार्यों की सौगात देते हुए कहा कि चिंतामन गणेश मंदिर रोड फोरलेन होगा। महाकाल मंदिर को इंदौर स्थित अरविंदो कॉलेज तक 42 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन से कनेक्ट किया जाएगा। क्षेत्रीय विकास, आवागमन सुविधा व ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए उज्जैन-देवास-इंदौर-फतेहाबाद को तेज गति वाली वंदे मेट्रो से जोड़ा जाएगा, इससे उज्जैन के साथ आसपास के सभी जिलों का चौमुखी विकास होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. शनिवार को सम्राट विक्रमादित्य भवन स्थित दक्षिण भारतीय द्रविड़ शैली में नवनिर्मित शिव परिवार मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिंतामण गणेश रेलवे स्टेशन को नागदा से कनेक्ट कर दिल्ली, मुंबई आदि शहरों से आवागमन की सुविधा का विस्तार सिंहस्थ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उज्जैन का संपूर्ण विकास वास्तु अनुसार होगा, जिससे जिले में अनंत काल तक समृद्धता रहेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार देर शाम उज्जैन में चिंतामण रोड स्थित विद्या भारती के क्षेत्रीय कार्यालय सम्राट विक्रमादित्य भवन स्थित दक्षिण भारतीय द्रविड़ शैली में नवनिर्मित शिव परिवार मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने मूर्ति स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में सम्मिलित होकर यज्ञ अनुष्ठान में भाग लिया। साथ ही शिव परिवार मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
मुख्यमंत्री ने सरस्वती विद्या मंदिर महाकालपुरम् के विक्रमादित्य भवन के समीप प्रस्तावित नवीन भवन निर्माण स्थल का भूमि पूजन किया। उन्होंने नई शिक्षा नीति आधारित विद्या भारती की पुस्तकों का विमोचन किया।
देवी अहिल्याबाई ने संपूर्ण भारत में सनातन संस्कृति का किया अभ्युदय
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विद्या भारती के शिक्षा के क्षेत्र में किए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बाबा महाकाल दक्षिणमुखी हैं और विक्रमादित्य परिसर स्थित नवनिर्मित शिव परिवार मंदिर के दक्षिण द्रविड़ शैली में बना होने पर हर्ष व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने देवी अहिल्याबाई होलकर की 300 वी जयंती वर्ष पर नमन कर उल्लेखनीय कार्यों का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई के खासगी ट्रस्ट की निजी राशि से अहिल्याबाई ने मुगलों द्वारा तोड़े गए काशी विश्वनाथ, सोमनाथ, द्वारिका आदि मंदिरों को मुगलों के सामने ही पुनर्स्थापित कर सनातन संस्कृति के अभ्युदय की संपूर्ण देश में धारा प्रवाहित की और राष्ट्रीय चेतना का विकास किया। गंगा किनारे स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रतिदिन सुबह पूजन के लिए रामेश्वरम के जल चढ़ाने की परंपरा शुरू कर देवी अहिल्याबाई ने देश को सांस्कृतिक एकता के सूत्र में बांधा। यह व्यवस्था आज 300 वर्ष बाद भी निर्बाध रुप से जारी है। उन्होंने भारतीय संस्कृति के हृदय की विशालता का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति सभी का स्वागत करती है।
इस अवसर पर श्री श्री 1008 महंत योगी पीर रामनाथ महाराज, श्री श्री 1008 महंत श्याम गिरी महाराज राधे राधे बाबा, रामजी आरावकर, विवेक शेण्ड्ये, अखिलेश मिश्रा, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालुहेडा आदि संगठन सदस्य व जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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