मैहरः कलेक्टर ने की एकलव्य आवासीय विद्यालय मैहर की गतिविधियों की समीक्षा
सतना, 14 मई (हि.स.)। मैहर कलेक्टर रानी बाटड ने मंगलवार को कलेक्टर कक्ष में जनजातीय कार्य विभाग, स्वास्थ्य, महिला बाल विकास, डाइट एवं अन्य विभाग के अधिकारियो की बैठक लेकर मैहर के एकलव्य आवासीय विद्यालय की गतिविधियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने छात्रों के एडमिशन, भोजन की व्यवस्था और विद्यालय द्वारा छात्रों को मिलने वाली सुविधा की समीक्षा की।
विद्यालय द्वारा पुस्तक और स्टेशनरी सामग्री क्रय कर वितरण के संबंध में कलेक्टर ने विभाग को निर्देशित करते हुए एनसीआरटी पब्लिकेशन से क्रय कर वितरण करने के निर्देश दिये। विद्यालय में सेप्टिक टैंक की मरम्मत, नालियों की साफ-सफाई, सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ाने और बाउंड्री के किनारे सौर ऊर्जा वाली स्ट्रीट लाइट लगाने के संबंध में विभागीय इंजीनियर से अवलोकन कराकर कुल व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही खाने के बर्तन, सोने के लिए बिस्तर, स्कूल बैग, छात्रों पर होने वाले वार्षिक व्यय की भी समीक्षा की।
बैठक में बताया गया कि पिछले शैक्षणिक सत्र में छात्रों को सामूहिक रूप से स्थानीय स्तर यात्रा नहीं कराई गई है। इस पर कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर की। उन्होने स्थानीय स्तर पर छात्रों को यात्रा कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने छात्रों की प्रति माह स्वास्थ संबंधित जांच करने और जरूरी दवाएं उपलब्ध करने के लिए डॉ वीके गौतम को निर्देशित किया। इस दौरान प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र बांगरे, जिला संयोजक जनजातीय कार्य अविनाश पांडेय, डॉ वीके गौतम, प्राचार्य रामलला बागरी, पूर्व प्राचार्य एसपी मिश्रा, एवं संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
गर्भवती महिलाओं के पंजीयन और कुपोशित नवजातों की तीन दिन में प्रस्तुत करें रिपोर्ट
कलेक्टर रानी बाटड की अध्यक्षता में मंगलवार को मैहर के कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के विभागीय कार्यों और लक्ष्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर ने मैहर जिले में नवजात और गर्भवती महिलाओं की मृत्युदर की समीक्षा करते हुये अधिकारियों से मृत्यु के कारण पूंछे। जिस पर अधिकारियों द्वारा संतुष्टिजनक जवाब और विवरण नहीं नहीं दिया गया। कलेक्टर ने अधिकारियों पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुये संतुश्टिपूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने नए सत्र में अप्रैल माह से नया रिकॉर्ड बनाने के निर्देश दिए। साथ ही गर्भवती महिलाओं के पंजीयन और नवजात शिशु के टीकाकरण शासन द्वारा दिए गए लक्ष्य से कम पाए जाने पर अधिकारियों को शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति के लिये कार्ययोजना बनाने को कहा। कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं के रजिस्ट्रेशन, नवजात की मृत्यु दर और गर्भवती महिलाओं की मृत्यु, कुपोषित नवजात का विवरण ब्लाक स्तर पर तैयार कर तीन दिनों के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में कलेक्टर रानी बाटड ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। दोनो विभाग द्वारा प्रस्तुत की जानकारी और डाटाबेस में एकरुपता होनी चाहिये। जिलेभर के आरोग्य केंद्र के संचालन के संबंध में देखने को मिला है कि ये केंद्र अक्सर बंद रहते है। संबंधित अधिकारी कंट्रोल रूम बना कर आरोग्य केंद्रों निरंतर मॉनीटरिंग करना सुनिश्चित करें। आरोग्य केंद्र सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक संचालित किये जायें। पदस्थ कर्मचारियों की लाइव लोकेशन भी ट्रैक की जाये।
कलेक्टर ने जिले में नवजात बच्चो का टीकाकरण की समीक्षा करते हुये कहा कि टीकाकरण का प्रतिशत कम है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को लक्ष्य प्राप्ति के लिये आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। आंगनवाड़ी केंद्रों में खाद्य सामग्री वितरण की समीक्षा में पाया गया कि केंद्रों में कार्ययोजना के अनुरुप खाद्यान्न का वितरण नहीं हो रहा है। उन्होने सुपरवाइजर और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को सख्त निर्देश देते हुये कहा कि वितरण कार्य में लापरवाही की शिकायत नहीं मिलनी चाहिये।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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