राजधानी में विभिन्न मार्गों पर बनने वाले द्वार विरासत के साथ विकास को करेंगे जीवंत : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- महापुरूषों के नाम पर भोपाल में विभिन्न मार्गों पर बनेंगे 9 द्वार
- भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, सम्राट अशोक और विक्रमादित्य के नाम पर होंगे द्वार
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव का सरकार के दो साल पूरे होने पर हुआ नागरिक अभिनंदन
भोपाल, 06 (हि.स.) । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राजधानी के गौरवशाली अतीत को निखारने के लिए सभी समन्वित आवश्यक प्रयास पूरी प्रतिबद्धता के साथ किए जाएंगे। महान प्रतापी राजा भोज के शासन के एक हजार साल पूर्ण होने पर भोज-नर्मदा द्वार का भूमिपूजन किया गया था। राजधानी में महान चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य के शासन के दो हजार साल पूर्ण होने पर उनके नाम पर बनने वाले द्वार का भूमि-पूजन किया जायेगा। भोपाल में महापुरूषों के नाम पर विभिन्न मार्गों पर 9 भव्य द्वार बनेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ये बात शनिवार को भोपाल स्थित समत्व भवन में विधायक रामेश्वर शर्मा और हुजूर विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में कही।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर स्मरण करते हुए कहा कि आज विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र वाले देश में 'चाय वाला' प्रधानमंत्री और 'गाय वाला' मुख्यमंत्री है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में विरासत के साथ विकास का कार्य निरंतर तेज गति से जारी है। राजधानी में निर्मित होने वाले भव्य द्वार विभिन्न महापुरूषों और उनकी विरासत को प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम मुस्कुरा रहे हैं, काशी का भी आनंद उसमें जुड़ा है और महाकाल में महालोक छाया हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा प्राप्त की है। आचार्य सांदीपनि का आश्रम मध्यप्रदेश की धरोहर है। भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता, अमीर और गरीब की मित्रता का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है। मध्यप्रदेश की धरती से सम्राट विक्रमादित्य के सुशासन का अद्भुत मॉडल सभी के लिए प्रस्तुत किया। आज सम्राट विक्रमादित्य सुशासन के लिए पूरे संसार में जाने जाते हैं। सम्राट अशोक और विश्व प्रसिद्ध धरोहर सांची को जीवंत करते द्वार बनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सनातन संस्कृति में गौमाता का प्रमुख स्थान है। गाय स्वयं के बच्चों के साथ हम सभी का पोषण भी करती है, इसीलिए वह 'माता' के रूप में पूजी जाती है। वह अपने आंचल में ममता लिए सबका कल्याण करती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गौशाला का संचालन करने वालों को सरकार सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। गौमाता की रक्षा और सुरक्षा के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। गौपालन के लिए भी सरकार ने मुख्यमंत्री डॉ. अंबेडकर कामधेनु योजना प्रारंभ की है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हुजूर विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों का मुख्यमंत्री निवास में स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री निवास कार्यकर्ताओं का घर है। उन्होंने विधायक शर्मा और नागरिकों का श्रीराम दरबार भेंट करने पर आभार माना। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का सरकार के 2 साल पूर्ण होने के अवसर पर हुजूर विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों ने गजमाला पहनाकर अभिनंदन किया।
विकास एवं विरासत के दो साल
विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विकास का नया मॉडल प्रस्तुत किया है। इसमें विरासत के साथ विकास का अद्भुत और अद्वितीय संगम समाहित है। मुख्यमंत्री का अभिनंदन करते हुए कहा कि सम्राट विक्रमादित्य की नगरी उज्जैन के रहने वाले डॉ. यादव, सम्राट विक्रमादित्य की तरह ही सुशासन की परम्परा के सच्चे वाहक हैं। उनके नेतृत्व में विकास का नया मॉडल प्रस्तुत किया गया है। राजा भोज की राजधानी को गौरव प्रदान किया गया है। अब राजा भोज के शहर भोपाल में प्रवेश करते ही लोगों को सांस्कृतिक वैभव के दर्शन होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोज-नर्मदा द्वार का पहले भूमिपूजन किया अब दो वर्ष पूर्ण होने पर 13 दिसम्बर को विक्रमादित्य द्वार का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में अब भोपाल से मुम्बई, दिल्ली, बेंगलुरू और अन्य शहरों के लिए विमान सेवाएं प्रारंभ हो गई हैं। उन्होंने कहा कि हुजूर विधानसभा क्षेत्र में निर्मित होने वाले भव्य द्वारों का स्वरूप अलग-अलग होगा। सभी में भारतीय संस्कृति की अद्भुत झलक दिखाई देगी। समारोह में राहुल कोठारी, तीरथदास सिन्हा सहित जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत

