अनूपपुर: अमरकंटक के वैतरणी एवं कपिला संगम में जनसहभागिता से की गई जल स्त्रोत की सफाई
अनूपपुर, 13 जून (हि.स.)। राज्य शासन द्वारा चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले के नगरीय एवं ग्रामीण निकायों में जन सहभागिता से श्रमदान के माध्यम से जल स्त्रोतों की साफ-सफाई, जल संरक्षण संवर्धन के लिए जल स्त्रोतों के पुनुरूद्धार के कार्य किए जा रहा हैं। इसी क्रम में गुरुवार को पवित्र नगरी अमरकंटक में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत वैतरणी एवं कपिला संगम में स्वच्छता अभियान चलाकर जल स्त्रोत के आसपास के क्षेत्र की साफ-सफाई की गई।
अभियान के अंतर्गत अमरकंटक क्षेत्र के निवासियों ने सामूहिक श्रमदान कर जल स्त्रोत की साफ-सफाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अभियान के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों में नगर परिषद अमरकंटक के सीएमओ तथा अमले द्वारा भी श्रमदान किया गया। अमरकंटक क्षेत्र में अभियान अंतर्गत जनसहभागिता से स्वच्छता के कार्य किए जा रहे हैं।
केल्हौरी ग्राम के सोन नदी घाट पर जनसहभागिता से की गई साफ-सफाई
जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत केल्हौरी में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री डी.के. कोष्टा के अगुवाई में स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा नागरिकों द्वारा ग्राम केल्हौरी स्थित सोन नदी घाट में अभियान के तहत साफ-सफाई की गई तथा पौधरोपण के लिए गड्ढे तैयारी का कार्य भी प्रारम्भ किया गया। ग्राम पंचायत केल्हौरी के सोन तट पर ग्राम पंचायत की बैठक आयोजित की गई। बैठक में ग्रामवासियों को जल संरक्षण एवं संवर्धन के महत्व के संबंध में जानकारी दी गई। बैठक में पौधरोपण के महत्व पर भी चर्चा करते हुए सभी ग्रामवासियों को ग्राम की समृद्धि के लिए फलदार पौधों के रोपण तथा संरक्षण का संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर ग्रामवासियों ने जल तथा पौधरोपण के महत्व के संबंध में रैली निकालकर जनजागरूकता का संदेश दिया।
दीवार लेखन के माध्यम से दिया जा रहा संदेश
जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पर्यावरण एवं जल संरक्षण के उद्देश्य से जिले में अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। अभियान अंतर्गत कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार चचाई आबाद मेंडियारास में दीवार लेखन के माध्यम से जल को संरक्षित करने का संदेश दिया जा रहा है। ज्ञात हो कि पर्यावरण दिवस से शुरू किए गए जल-गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में जल-स्रोतों के संरक्षण और साफ-सफाई के साथ-साथ व्यापक स्तर पर पौधरोपण की दिशा में कार्य किया जा रहा है। जीवन के लिये जितना जरुरी जल है, उतने ही जरुरी वृक्ष हैं। हर व्यक्ति को अपने जीवन में पेड़ लगाने चाहिये। इस अवसर पर ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के सचिव संतोष कोल सदस्य देवमणि कोल एवं अन्य ग्रामीण जन भूमिका उल्लेखनीय रही।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला/मुकेश
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