आगरः ढाई साल के बच्चे का अपहरण, मंदिर जाते वक्त मौसेरी बहन से छीनकर भागे बोलेरो सवार बदमाश

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आगरः ढाई साल के बच्चे का अपहरण, मंदिर जाते वक्त मौसेरी बहन से छीनकर भागे बोलेरो सवार बदमाश


आगर मालवा, 16 मार्च (हि.स.)। मध्य प्रदेश के आगरमालवा जिला मुख्यालय पर कोतवाली थाना क्षेत्र में रविवार को दिनदहाड़े एक ढाई साल के बच्चे का अपहरण हो गया। वह मौसेरी बहन रोशनी के साथ मंदिर जा रहा था। बोलेरो जीप में सवार होकर 4-5 बदमाशों ने बच्चे को उसकी मौसेरी बहन के हाथों से छीन लिया और भाग गए। पुलिस ने बच्चे की मां रीना बामनिया की शिकायत पर बच्चे के पिता मनोज बामनिया और उसके तीन से चार अज्ञात साथियों के विरुद्ध अपहरण का मामला दर्ज किया है।

पुलिस के अनुसार, घटना शहर की टिल्लर कॉलोनी में हुई है। अपहृत बच्चे का नाम भव्यांश है। रविवार को भव्यांश को उसकी मौसेरी बहन रोशनी मंदिर ले जा रही थी, तभी उनके पास एक बोलेरो कार आकर रुकी। कार से उतरे बदमाशों ने रोशनी के हाथों से बच्चे को छीन लिया। बहन ने जब शोर मचाया तो बदमाश बच्चे को गाड़ी में बैठाकर बड़ौद रोड की तरफ भाग गए। इस दौरान अपहरणकर्ताओं ने रोशनी से झूमाझटकी भी की। रोशनी ने कुछ दूर तक वाहन का पीछा भी किया, लेकिन वाहन बड़ोद रोड की तरफ निकल गया। सभी लोगों ने चेहरे ढंक रखे थे। बच्चे के अपहरण की जानकारी मां व अन्य परिजन को लगी तो कोतवाली थाने पहुंचे। उन्होंने अपहरण की शिकायत की।

बच्चे की मां रीना बामनिया ने अपने पति पर अपहरण की साजिश का आरोप लगाया है। रीना ने बताया कि वह अपने पति मनोज से करीब दो साल से अलग रह रही है। उसने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का केस भी लगा रखा है, जिसकी अगली सुनवाई 25 मार्च को है। रीना ने बताया कि उसने साल 2024 में पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का केस महिला थाना आगर में दर्ज करवाया था। इसके बाद वह कोतवाली से एसडीओपी कार्यालय के लिए जा रही थी, तभी पति ने साईं मंदिर के पास से बेटे भव्यांश को जबरन छुड़ा लिया और फरार हो गया था।

सीएसपी मोतीलाल कुशवाहा ने बताया कि सालभर पहले भी मनोज भव्यांश को लेकर इंदौर गया। इंदौर से बाय प्लेन पश्चिम बंगाल चला गया था। वहां करीब 7 दिन रहा। उस समय कोतवाली पुलिस का दल गठित कर कोलकाता के पास 24 परगना जिले से बच्चे को बरामद किया गया था।

थाना प्रभारी अनिल मालवीय ने बताया कि करीब एक साल पहले भी बच्चे का पिता उसे ले गया था। तब कोतवाली पुलिस ने पश्चिम बंगाल से बच्चे को बरामद किया था। न्यायालय ने बच्चे की सुपुर्दगी मां को दी थी। पुलिस को शक है कि इस बार भी उसके पिता ने ही अपहरण की साजिश रची होगी। फिलहाल पुलिस टीम अपहरणकर्ताओं का पता लगाने में जुटी है। पुलिस के मुताबिक बच्चे की सुरक्षित बरामदगी के लिए कोशिश की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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