मप्रः सिक्किम सड़क हादसे में कटनी के जवान प्रदीप पटेल के निधन पर मुख्यमंत्री ने व्यक्त किया शोक
भोपाल, 6 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिक्किम में हुई सड़क दुर्घटना में सेन्य कर्मी कटनी जिले के निवासी प्रदीप पटेल के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने बाबा महाकाल से दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया के माध्यम से अपने शोक संदेश में कहा कि सिक्किम के पाक्योंग में हुई सड़क दुर्घटना में मां भारती के वीर सपूत कटनी जिले के विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र स्थित ग्राम हरदुआ निवासी प्रदीप पटेल का निधन अत्यंत हृदय विदारक है। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकमय परिवार को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
गौरतलब है कि गुरुवार को भारत-चीन बॉर्डर के नॉर्थ सिक्किम में हुए सड़क हादसे में भारतीय सेना की गाड़ी सड़क से फिसलकर करीब 700 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इसमें देश के चार जवानों की मौत हो गई है। इनमें कटनी जिले के युवा सैनिक प्रदीप पटेल भी शामिल थे, जो सेना में ड्राइवर के पद पर तैनात थे। उनके निधन की खबर मिलने के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है। हादसे पर क्षेत्रीय विधायक संजय पाठक से लेकर यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिव्यांशु मिश्रा ने शोक व्यक्त किया है।
कटनी के पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने बताया हादसा उस समय हुआ, जब सेना की गाड़ी पश्चिम बंगाल के पेडोंग से सिक्किम के पाकयोंग जिले में सिल्क रूट से होते हुए ज़ुलुक की ओर बढ़ रही थी। तभी पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे और वाहन खाई में गिर गया। इस हादसे में चार जवानों की मौत हो गई।मृतकों में मध्य प्रदेश के कटनी जिले के विजयराघवगढ़ थानांतर्गत ग्राम हरदुआ कला के रहने वाले ड्राइवर प्रदीप पटेल, मणिपुर के रहने वाले क्राफ्टमैन डब्लू पीटर, हरियाणा के रहने वाले नायक गुरसेव सिंह और तमिलनाडु के रहने वाले सूबेदार के थंगापंडी शामिल हैं। सेना के अधिकारियों ने कहा कि सभी मृतक पश्चिम बंगाल के बिनागुड़ी की एक यूनिट के सैन्य कर्मी थे, वहीं सभी शहीद जवान के पार्थिक शव को पूरे प्रोटोकॉल के साथ उनके परिजनों को सौंपा जाएगा।
हरदुआ कला निवासी प्रदीप पटेल (25) पुत्र वैसाखू पटेल वर्ष 2020 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। प्रदीप पटेल सेना में ड्राइवर थे। प्रदीप अपने माता पिता के इकलौते पुत्र थे, जबकि उनकी दो बहनें भी हैं। इस वीर सपूत के निधन की खबर मिलते ही जहां शहीद के स्वजनों में मातम छा गया तो वहीं समूचे विजयराघवगढ़ क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त हो गई।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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