वीरता और शौर्य से बनी है बुंदेलखंड की पहचानः मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- देश-विदेश को महका रही बुंदेली भाषा की मिठास और सांस्कृतिक परम्पराओं की सुरभिः मुख्यमंत्री
- बुंदेली समागम-2024 का समापन, मुख्यमंत्री ने प्रतिभाओं को किया सम्मानित
भोपाल. 31 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बुंदेलखंड की वीरता और शौर्य से पहचान बनी है। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और बुंदेलखंड एवं महाकौशल अंचल में शौर्य की प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती ने अनेक युद्ध लड़े और जीते। सीमित संसाधनों में उन्होंने राष्ट्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया। राष्ट्र के लिए वे अपने प्राणों का बलिदान देकर अमर हो गईं। महाराजा छत्रसाल सहित बुंदेलखंड के अन्य योद्धा भी हर युग में पराक्रम के अनूठे उदाहरण प्रस्तुत करते रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार शाम को भोपाल में मप्र जनजातीय संग्रहालय में अंतरराष्ट्रीय बुंदेली समागम - 2024 को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की गौरवशाली विरासत है। बुंदेली भाषा की मिठास और सांस्कृतिक परम्पराओं की सुरभि देश-विदेश को महका रही है। मध्यप्रदेश सरकार बुंदेलखंड अंचल के विकास और मान-सम्मान को बढ़ाने के लिए प्रत्येक आवश्यक कदम उठाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बुंदेलखंड अंचल की विभिन्न प्रतिभाओं का सम्मान भी किया।
कार्यक्रम में अभिनेता मुकेश तिवारी ने बॉलीवुड संवाद, सुमित ओरछा ने बुंदेली महिमा संवाद और बुंदेलखंड के आंचलिक लोक गायक चंद्रभान वासुदेव ने गायन प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने चंद्रभान वासुदेव को बुंदेली गीत की शानदार प्रस्तुति के लिए 31 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी 27 सितम्बर को सागर में हो रही रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और दुनिया की सबसे बड़ी नदी जोड़ो “केन-बेतवा’’ लिंक परियोजना बुंदेलखंड को समृद्ध बनाने का कार्य करेगी। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव किसी एक जिले या संभाग में ही प्रगति का माध्यम नहीं बल्कि निकटवर्ती अंचल को सम्पन्न और समृद्ध बनाने का विशेष उपक्रम है। इससे क्षेत्र विकास के विविध आयाम हासिल करेगा।
देश-विदेश के प्रतिनिधि रीजनल कॉन्क्लेव में आएंगे, आईटी और टेक्सटाइल सेक्टर को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सागर की रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में देश-विदेश से विभिन्न उद्योग-व्यवसाय क्षेत्रों के विशेषज्ञ और प्रतिनिधि आएंगे। प्रदेश के विभिन्न अंचलों के प्रतिनिधि भी कॉन्क्लेव में शामिल होंगे। इस नाते यह कॉन्क्लेव रीजनल न होकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व की है। उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर और टेक्सटाइल सेक्टर में “युवाओं और बहनों को रोजगार के लिए विशेष प्रोत्साहन’’ की नीति लागू की गई है। ऐसी औद्योगिक इकाइयां निरंतर कार्य करें और इनसे युवाओं और महिलाओं को रोजगार मिलता रहे, इस दृष्टि से राज्य सरकार पूर्ण सहयोग करेगी। स्वास्थ्य, खनिज और पर्यटन क्षेत्र में भी नई औद्योगिक इकाइयां प्रारंभ होंगी।
कार्यक्रम को पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी संबोधित किया। संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल, भोपाल महापौर मालती राय, नगर निगम भोपाल के अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, पूर्व मंत्री मुकेश नायक, नेहा बग्गा, अन्य जनप्रतिनिधि, मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह, पंचायत वेब सीरिज की अभिनेत्री पूजा सिंह (रिंकी) एवं अन्य कलाकार उपस्थित थे। प्रारंभ में बुंदेली बौछार की ओर से सचिन चौधरी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव और अन्य अतिथियों का स्वागत किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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