मप्रः आवश्यकता अनुसार संभाग और जिलों की सीमाओं का होगा पुनर्निर्धारण
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने की इंदौर की संभाग स्तरीय समीक्षा, दिए पुनर्निर्धारण के अध्ययन के लिए कमेटी बनाने के निर्देश
भोपाल, 1 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में आवश्यकता के अनुसार संभाग और जिलों की सीमाओं का पुनर्निर्धारण किया जाए। इसके लिये कमेटी बनाकर अध्ययन कराया जाएगा। इस कार्य की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इंदौर संभाग से की जाएगी। उन्होंने थानों की सीमाओं का पुनर्निर्धारण भी शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि उक्त प्रक्रिया में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी विचार विमर्श किया जाए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को खरगोन में आयोजित संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस बैठक में उन्होंने संभाग में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति के साथ ही कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि संभाग स्तरीय समीक्षा बैठकों के बाद अब जिला स्तर पर भी इस तरह की समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएंगी।
बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा और डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। बैठक में मंत्रीगण तुलसीराम सिलावट, विजय शाह, निर्मला भूरिया एवं नागर सिंह चौहान सहित संभाग के सांसद, विधायक, स्थानीय निकायों के महापौर और अध्यक्षों सहित प्रशासन और पुलिस के अधिकारीगण मौजूद थे। बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा इंदौर संभाग के लिये बनाये गये प्रभारी अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव एवं पुलिस के नोडल अधिकारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जयदीप प्रसाद भी थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस का अपना बैंड होना चाहिये। इसके लिये प्रदेश में कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस बैंड में पर्याप्त संख्या में सदस्य रहें, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। इसके लिये सहमति के आधार पर होमगार्ड के जवानों को भी पुलिस बैंड में शामिल किया जाये। पर्याप्त संख्या में सहमति नहीं मिलने पर होमगार्ड में बैंड वादकों को भर्ती किया जाये। उन्होंने कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि थानों की सीमाओं के पुर्ननिर्धारण का कार्य जनप्रतिनिधियों के सुझाव के आधार पर शीघ्र पूरा कर लिया जाये। इसके लिये जिला स्तर पर कमेटी बनाकर कार्यवाही की जाये। यह कार्य निर्धारित समयसीमा में हो।
डॉ. यादव ने कहा कि अपराधों पर प्रभावी निगरानी एवं अपराधों की ट्रेसिंग के लिये अब गॉवों के प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर भी पंचायतों के माध्यम से सीसीटीवी कैमरे लगवाये जाएं। उन्होंने शहरों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह कार्य जनसहयोग से किया जाये।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी सिंहस्थ के मद्देनजर ओंकारेश्वर में नये घाट निर्माण और दर्शन की सुलभ व्यवस्था के लिये कार्ययोजना बनायी जाये। उन्होंने दर्शनार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के भी निर्देश दिये। प्रत्येक जिलों में साइबर थानों की स्थापना पर भी चर्चा की गई।
बैठक में डीजे तथा ध्वनि विस्तारक यंत्रों के अनियंत्रित उपयोग के प्रतिबंध को प्रभावी रूप से पालन कराने के लिये की गई कार्रवाई की समीक्षा के लिये जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्णयों की सराहना की। उन्होंने इस कार्य को आम जन की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिये बेहतर कदम बताया। बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे विकास कार्यों के लिये प्रस्ताव बनाकर अपने जिलों के कलेक्टरों के माध्यमों से शीघ्र भिजवाएं।
इंदौर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता ने इंदौर संभाग में पुलिस विभाग में कार्यवाहक व्यवस्था के अंतर्गत की गयी पदस्थापना, पुलिस के स्वीकृत पद, उपलब्ध पद तथा रिक्त पदों के संबंध में जानकारी दी।
बैठक में चयनित आदतन अपराधियों की जमानत निरस्त की प्रगति, आर्म्स एक्ट, आबकारी अधिनियम, एनडीपीएस एक्ट तथा विभिन्न धाराओं के तहत की गयी प्रतिबंधात्मक कार्रवाइयों, कानून व्यवस्था, कल्याणकारी गतिविधियों आदि की भी समीक्षा की गयी।
संभाग आयुक्त माल सिंह, इंदौर पुलिस आयुक्त मकरंद देउस्कर, पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन राकेश गुप्ता, डीआईजी ग्रामीण चंद्रशेखर सोलंकी सम्भाग के सभी जिलों के कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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