श्योपुर नाव हादसाः एक साथ उठी सात अर्थियां, नम आंखों के साथ किया गया अंतिम संस्कार
- मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्योपुर पहुंचे ऊर्जा मंत्री तोमर, शोकाकुल परिजनों से मिलकर दी सांत्वना
- नाव दुर्घटना के मृतकों के परिजनों के साथ खड़ी है सरकार: मंत्री तोमर
भोपाल, 2 जून (हि.स)। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में मानपुर थाना क्षेत्र के सरोदा गांव में शनिवार शाम करीब चार बजे यात्रियों से भरी नाव सीप नदी में डूब गई थी। हादसे के वक्त नाव में 11 लोग सवार थे, जिनमें से पांच बच्चों समेत सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में चार एक ही परिवार के थे, जबकि चार लोगों ने किसी तरह तैरकर अपनी जान बचाई। पुलिस, प्रशासन और एसडीईआरएफ की टीम ने चार घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सात शवों को नदी से निकाला। मृतक बडौदा, विजयपुर और करेरिया गांव के रहने वाले थे। रविवार को ऊर्जा मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर पीड़ित परिवार से मिलने के लिए सरोदा गांव पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का आश्वासन भी दिया। रविवार को करीब 11 बजे एक साथ सातों अर्थियां उठीं। ग्रामीणों ने नम आंखों के साथ उनका अंतिम संस्कार किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर ऊर्जा मंत्री तोमर ने नाव दुर्घटना में काल कवलित हुए मृतकों के परिजनों से श्योपुर के ग्राम सरोदा पहुंचकर मुलाकात की। उन्होंने शोकाकुल परिजनों को सांत्वना देकर ढांढस बंधाया। मंत्री तोमर अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए। उन्होंने हादसे में सात लोगों की मृत्यु की ह्रदय विदारक घटना पर गहन दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से दुर्घटना में सभी मृतकों के परिजनों को नियमानुसार अनुग्रह राशि प्रदान कर आर्थिक सहायता दी जाएगी। तोमर ने पीड़ित परिजनों को भरोसा दिलाया कि दु:ख की इस घड़ी में मध्य प्रदेश सरकार उनके साथ खड़ी है।
उल्लेखनीय है कि हादसे के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए ऊर्जा मंत्री तोमर को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री निर्देशानुसार और अपने पूर्व निर्धारित सभी कार्यक्रम स्थगित कर ऊर्जा मंत्री तोमर शनिवार की रात को ही श्योपुर के लिए रवाना हो गए थे। वे रात में घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद सुबह श्योपुर के जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने जिला अस्पताल के शव परीक्षण गृह (पीएम हाउस) पहुंचकर नाव हादसे पर कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ और पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद से पूरे हादसे की जानकारी ली तथा पीड़ित परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
हादसे में परशुराम (25) पुत्र सूरजमल, आरती (16) पुत्री कान्हाराम, लाली (15) पुत्री रामावतार, भूपेंद्र (4) पुत्र रामावतार, श्याम (10) पुत्र परशुराम, रविंद्र (8) पुत्र परशुराम और परवंता (23) पत्नी परशुराम माली की मौत हो गई, जबकि रामावतार पुत्र लटूर, हनुमान पुत्र कन्हैया लाल, पवन पुत्र मुकुट, कल्लो बाई पत्नी रामचरण तैरकर जान बचाने में कामयाब हुए।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा
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