भोपाल: महिलाओं के अंडरगारमेंट्स चोरी करता, फिर पहनकर घूमता, पुलिस पकड़ने पहुंची तो घर पर सोता मिला आरोपित
कॉलोनियों में दहशत फैलाने वाले आरोपित की मनोवैज्ञानिक जांच की तैयारी
भोपाल, 31 दिसंबर (हि.स.)। कोलार पुलिस ने बुधवार को ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया, जो घरों में घुसकर महिलाओं के अंडरगारमेंट्स चुराता था और उन्हें पहनकर घूमता था। मंगलवार रात वह अमरनाथ कॉलोनी में रहने वाले एक डेरी संचालक के घर घुसा और बालकनी से महिलाओं के अंडरगारमेंट्स चुरा लिए। आरोपी की पहचान उसके श्रमिक कार्ड से हुई, जो चोरी के दौरान घटनास्थल पर गिर गया था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी से पूछताछ जारी है और मामले में मनोवैज्ञानिक पहलुओं की भी जांच की जा रही है।
घटना मंगलवार देर रात करीब 12:30 बजे की है। अमरनाथ कॉलोनी में रहने वाले एक डेयरी संचालक ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने घर की बालकनी में देर रात संदिग्ध परछाईं देखी। जब उन्होंने गेट खोलकर शोर मचाया तो आरोपित महिलाओं के अंडरगारमेंट्स लेकर मौके से भाग गया। भागते समय आरोपित का श्रमिक कार्ड वहीं गिर गया, जिस पर उसका नाम दीपेश लिखा था। इसी सुराग के आधार पर पुलिस ने बुधवार दोपहर आरोपित को उसके घर से पकड़ लिया। पुलिस की दबिश के दौरान आरोपित घर पर सो रहा था और चोरी किए गए अंडरगारमेंट्स उसने पहन रखे थे। पुलिस ने मौके से कपड़े जब्त किए और आरोपी को हिरासत में ले लिया। इस पूरी कार्रवाई का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित ने बताया कि आरोपित ने इससे पहले मंदाकिनी कॉलोनी के एक अन्य घर में भी चोरी की थी। भागते समय वहां से चुराए गए अंडरगारमेंट्स उनके घर में छूट गए, जिन्हें पुलिस को सौंप दिया गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आरोपित ने ऐसे कितने घरों को निशाना बनाया है।
कोलार पुलिस के अनुसार, आरोपी के खिलाफ चोरी और आपराधिक अतिक्रमण से जुड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आरोपी अकेले यह हरकत करता था या इसमें कोई और शामिल था। आसपास की कॉलोनियों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है। पुलिस आरोपी से विस्तृत पूछताछ कर रही है और उसकी पृष्ठभूमि की जांच की जा रही है। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि आरोपी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड पहले से मौजूद है या नहीं।
आरोपितकी मनोवैज्ञानिक जांच की तैयारी
जेपी अस्पताल के क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. राहुल शर्मा के अनुसार, आरोपी में फेटिशिज्म और वैंडलिज्म जैसी मनोवैज्ञानिक प्रवृत्तियां हो सकती हैं। उनके अनुसार, यह व्यवहार महिलाओं के प्रति आक्रोश, दबी हुई कुंठा या मानसिक असंतुलन का संकेत भी हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आरोपी की काउंसलिंग और मनोवैज्ञानिक जांच जरूरी है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे

