मध्य प्रदेश में भारत बंद का मिला-जुला असर, उज्जैन में बंद करवाई दुकान, ग्वालियर में स्कूल बंद
भोपाल, 21 अगस्त (हि.स.)। एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर पर उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दलित संगठनों ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद का मध्य प्रदेश में मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। इंदौर और राजधानी भोपाल में जनजीवन पर इसका कोई असर नहीं है और इन दोनों बड़े शहरों में आम दिनों की तरह ही दुकानें खुली हुई हैं। प्रदेश के कुछ शहरों में रैली और प्रदर्शन के आयोजन जरूर हुए, लेकिन सभी जगह हालात सामान्य हैं।
राजधानी भोपाल में बसपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को एमपी नगर में बोर्ड आफिस चौराहे पर स्थित डा. अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नारेबाजी की। प्रदेश प्रभारी जियालाल अहिरवार ने कहा कि हम शांतिपूर्ण बंद कर रहे हैं। दुकानें बंद कराकर किसी गरीब को परेशान करने का मकसद नहीं है। हमने आरक्षण में कोटे के खिलाफ ज्ञापन देकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध जताया है। वहीं, इंदौर में प्रमुख बाजार खुले हुए हैं। हालांकि, यहां भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है। भीम आर्मी के कार्यकर्ता कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे और कलेक्टर कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठकर धरना दिया है। इंदौर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रमुख स्थानों पर पुलिस तैनात है।
इधर, उज्जैन में भारत बंद के दौरान दलित संगठनों के सदस्यों और एक दुकानदार के बीच झूमा-झटकी हो गई। टावर चौक इलाके में प्रदर्शनकारियों ने दुकान बंद करने की बात कही तो दुकानदार ने इनकार कर दिया। इस पर बंद समर्थक दुकान का काउंटर धकेलने लगे। दुकानदार ने आपत्ति जताई। दोनों के बीच बहस होने लगी। मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। वहीं, पांढुर्णा और मंडला में बाजार पूरी तरह बंद हैं। सतना-भिंड में बंद समर्थकों ने रैली निकाली। ग्वालियर में प्राइवेट स्कूल बंद हैं जबकि भोपाल-इंदौर और उज्जैन समेत कई जिलों में स्कूल खुले। दुकानें भी खुल रही हैं। खंडवा में बंद बेअसर दिख रहा है। यहां बाजार पूरी तरह खुल चुका है।
भारत बंद को लेकर ग्वालियर में कई स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। मंगलवार की रात से ही जिले में धारा 144 के आदेश जारी कर दिए गए थे। शहर में फिलहाल किसी अप्रिय घटना का कोई समाचार नहीं मिला है। सुरक्षाव्यवस्था के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल शहर में तैनात कर दिया गया है। भिंड में भीम आर्मी के साथ ही बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर भारत बंद का समर्थन किया। जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन यानी जयस के कार्यकर्ताओं ने शहर में भारत बंद के समर्थन में रैली निकाली और अपना विरोध जताया। मुरैना में बहुजन समाज पार्टी के नेतृत्व में कलेक्टर अंकित अस्थाना को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
वहीं, बैतूल में भारत का बंद असर दिख रहा है। यहां कुछ ही दुकानें खुली हैं। भीम आर्मी के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं के हाथ में तख्ती पर लिखा है - एक अगस्त 2024 का सुप्रीम कोर्ट का फैसला रद्द करो। इसी तरह शाजापुर में एससी-एसटी संगठनों ने रैली निकालकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध जताया। कार्यकर्ता बाजार में पहुंचे और हाथ जोड़कर दुकानें बंद करने की अपील की।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर / नेहा पांडे
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