इंदौरः खजराना मंदिर में बने भक्त सदन एवं प्रवचन हॉल का मुख्यमंत्री के हाथों होगा लोकार्पण
- कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में हुई मंदिर प्रबंध समिति की बैठक
इन्दौर, 25 मई (हि.स.)। शहर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर की प्रबंध समिति की बैठक शनिवार को कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस मंदिर मैं नवनिर्मित भक्त सदन एवं प्रवचन हॉल का लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कर कमलों से कराया जाए। यह दोनों ही कार्य दानदाताओं की मदद से पूर्ण हो गए हैं।
बैठक में समाज सेवी (बल्लू) अग्रवाल और विनोद अग्रवाल भी बैठक में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह स्थान देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सर्व सुविधा युक्त बने यह हम सब की मंशा है। आने वाले दिनों में शुभ मुहूर्त देखकर नवनिर्मित दोनों भवनों का लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ. यादव के कर कमलों से कराया जाए। बैठक में नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा सहित समाजसेवी प्रेम गोयल, अनिल भंडारी, रिंकू अग्रवाल, पुजारी अशोक भट्ट, जयदेव भट्ट, विनीत भट्ट तथा प्रबंधक घनश्याम शुक्ला, सहायक प्रबंधक गौरी शंकरमिश्रा एवं प्रबंध समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
प्रबंध समिति की बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि भगवान गणेश की मूर्ति के स्वर्ण मुकुट का निर्माण फिर से कराया जाए। मंदिर के शिखर एवं स्वर्ण कलश को भी पुनः नए तरीक़े से सँवारा जाए। कलेक्टर आशीष सिंह ने बैठक में कहा कि मंदिर और परिसर के सम्पूर्ण विकास के लिए एक विस्तृत कार्य योजना बनायी जाए। इस संबंध में तैयार की गई योजना को उन्होंने इंदौर के नागरिकों और यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को सुलभ कराने के निर्देश दिए, ताकि अन्य सुझावों को भी लिया जा सके और उन्हें योजना में शामिल किया जा सके। बैठक में बताया गया कि संपूर्ण मंदिर का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।
बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि मंदिर में संचालित भोजनशाला का रात्रिकालीन समय साढ़े 9 बजे तक ही रखा जाए। एमवाय अस्पताल को भोजन की आपूर्ति सतत रखे जाने का भी निर्णय लिया गया। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि भले ही मंदिर समिति को इसमें कुछ आर्थिक नुक़सान है तथापि शासकीय अस्पताल में जरूरतमंदों को भोजन मुहैया कराया जा रहा है। अतः अस्पताल प्रशासन से यह अनुबंध निरंतर रखा जाए।
कलेक्टर ने ग्राम गिरौता स्थित मंदिर की भूमि के संबंध में एसडीएम देपालपुर को निर्देश दिए कि वह भूमि के बेहतर उपयोग के संबंध में व्यवस्था सुनिश्चित करें यहाँ पंचायत की सहायता से वृक्षारोपण भी किया जाए।
बैठक में बताया गया कि मंदिर में बुधवार, शनिवार और रविवार को अधिक संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है और कई बार दर्शन व्यवस्था अव्यवस्थित हो जाती है। कलेक्टर ने डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा को निर्देश दिए कि नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा साथ इस संबंध में इन तीन दिनों में वर्तमान व्यवस्था का निरीक्षण करें और सुचारु दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित करें।
मुख्य मंदिर के शिखर कलश के संबंध में भी चर्चा की गई। मुख्य मंदिर में कई बरसों पूर्व स्थापित कलश से स्वर्ण परत निकल गई है। इस हेतु दानदाताओं द्वारा नवीन कलश स्वर्ण परत युक्त अर्पित करने हेतु सहमति प्रदान की गई है। इस संबंध में प्रबंध समिति ने स्वीकृति का निर्णय लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश
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