शराब ठेकेदार से अवैध राशि मांगने के आरोप में देवास प्रभारी सहायक आबकारी अधिकारी मंदाकिनी दीक्षित निलंबित
- शराब ठेकेदार से अवैध राशि मांगने का आरोप, वाणिज्यिक कर विभाग ने जारी किया आदेश
भोपाल, 06 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश शासन ने जिला देवास की प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त मंदाकिनी दीक्षित को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस संबंध में शनिवार को वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि मदिरा ठेकेदार दिनेश मकवाना द्वारा आत्महत्या से पूर्व बनाये गए एक वीडियो में उन्होंने आबकारी आयुक्त मंदाकिनी दीक्षित पर अवैध राशि की मांग के गंभीर आरोप लगाए हैं।
वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा निलंबन आदेश में कहा गया है कि मंदाकिनी दीक्षित के विरुद्ध लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया अत्यंत गंभीर श्रेणी के होने से ऐसे कृत्य शासकीय सेवक के कर्तव्य, दायित्व एवं मध्य प्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम-3 का उल्लंघन करते हैं। इसी आधार पर मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के नियम-9 के तहत निलंबन की कार्रवाई की है। निलंबन अवधि में मंदाकिनी दीक्षित का मुख्यालय कार्यालय आबकारी आयुक्त, ग्वालियर निर्धारित किया गया है। इस अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दिए प्रकरण में विभागीय जांच के निर्देश
इधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देवास जिले में एक मदिरा ठेकेदार द्वारा आत्महत्या के पूर्व बनाए गए वायरल वीडियो पर संज्ञान लिया है। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया पर कहा कि यह प्रकरण प्रथम दृष्टया अत्यंत गंभीर श्रेणी का है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर इस मामले में देवास की प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर सहायक आयुक्त के विरुद्ध विभागीय जांच प्रारंभ की गई है।
गौरतलब है कि शराब ठेकेदार दिनेश मकवाना (निवासी कनाडिया, इंदौर) ने आठ नवंबर को जहर खाकर आत्महत्या की थी। मरने से पहले बनाए वीडियो में उसने कहा था कि मेरे पास 14 करोड़ का काम है। यहां एसी (असिस्टेंट कमिश्नर) मैडम मंदाकिनी दीक्षित हैं, वे मुझसे पैसे की डिमांड करती हैं। पांच दुकानों का साढ़े सात लाख रुपये महीना मांगती हैं। मैं 20-22 लाख दे चुका हूं, लेकिन अब त्रस्त होकर जान दे रहा हूं।
असिस्टेंट एक्साइज कमिश्नर मंदाकिनी दीक्षित ने देवास एसपी को 24 नवंबर को शिकायती आवेदन दिया था। इसमें उन्होंने कहा कि दिनेश मकवाना की मां संतोष मकवाना ने बृजेश मकवाना और लेखराज पटेल के साथ मिलकर मेरे सब इंस्पेक्टर से संपर्क किया। उन्हें धमकी दी कि उनके पास दिनेश का मेरे खिलाफ बनाया गया वीडियो है। अगर दो करोड़ रुपये नहीं दिए तो इसे वे मीडिया में सर्कुलेट कर देंगे।
इस मामले में देवास कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने कहा था कि मामले में एक वीडियो वायरल हुआ है। आबकारी अधिकारी मंदाकिनी दीक्षित ने भी पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया है, जिसकी जांच की जा रही है। अगर कुछ भी पाया जाता है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी। इंदौर में ठेकेदार दिनेश मकवाना के परिजन ने शिकायत की है। उस पर भी सुनवाई कर एक्शन लिया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

